उदयपुर। कर्मचारियों और स्थानीय समुदायों की सुरक्षा और भलाई हिंदुस्तान जिंक का मुख्य उदृदेश्य है। कंपनी स्मार्ट, सुरक्षित और सस्टेनेबल खनन कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है। 50वें राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के अवसर पर कंपनी ने अपने कर्मचारियों और समुदायों के लिए विभिन्न गतिविधियों जैसे रोड़शो, टेनिंग, कैम्पियन्स के माध्यम से सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा की है।
हिंदुस्तान जिंक के सीईओ अरूण मिश्रा ने इस अवसर पर कहा ‘‘कि हिंदुस्तान जिंक में हमारे संचालन और प्रबंधन की आधारशिला स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण है। हमने अपने कर्मचारियों को इन्हीं उद्देश्यों के साथ काम करने का अधिकार देकर सशक्त बना दिया है। अगर वे खुद को सुरक्षित पाते हैं और उन्हें गर्व है कि लोग जिम्मेदारी से शक्तियों का उपयोग कर रहे हैं। यह अब हमारी कंपनी में एक सुरक्षा संस्कृति के रूप में विकसित हो गया है, जहां हमें से प्रत्येक अपनी सुरक्षा के साथ साथ हमारे आसपास के लोगों की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी लेता है। हिंदुस्तान जिंक सर्वोत्तम वैश्विक सुरक्षा बेंचमार्ग सुनिश्चित करने के दैनिक अभ्यास का सख्ती से पालन करते हैं और संभावित जोखिमों की पहचान करने के तरीकों को लगातार तलाश करते रहते हैं। जिम्मेदारी के साथ हम जोखिमों को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।’
उन्होंने आगे कहा-मेरा मानना है कि एक सीईओ के रूप में मेरे पास संसाधनों और सही प्रबंधन प्रदान करने के लिए जबरदस्त जिम्मेदारी और स्वामित्व है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी कार्यों में सुरक्षा और सुरक्षा की समीक्षा हमेशा प्राथमिकता पर रहे।
इस अवसर पर कंपनी सड़क सुरक्षा नियमों मसलन ट्रैफिक लाइट, गति सीमा और पैदल चलने वालों से संबंधित नियमों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए सभी स्थानों पर रोडशो का आयोजन भी करेगी।
हिंदुस्तान जिंक ने अपने परिचालन क्षेत्रों के आसपास स्थानीय समुदाय में कई प्रयासों के माध्यम से सुरक्षा के संदेश को फैलाने पर ध्यान केंद्रित किया है। इन टीमों में हिंदुस्तान जिंक के कर्मचारियों के साथ साथ सखियां और बच्चे भी शामिल हैं, जिन्होंने व्यक्तिगत भूमिका के रूप में अग्नि सुरक्षा, सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए नुक्कड़ नाटक, रैली, स्केट्स रैली, हेलमेट ंअभियान के आयोजन किए हैं। ये प्रयास जावर, देबारी, चंदेरिया, आगुचा और कायड़ में विभिन्न स्कूली छात्रों, युवाओं सामुदायिक महिलाओं, बुजुर्गों के साथ किए हैं। बाइक सवारों को सबसे ज्यादा समझाइश की गई।
सुरक्षित खनन कार्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कंपनी ने हाल ही अपनी रामपुरा आगुचा खदान में भारत का पहला भूमिगत प्राथमिक चिकित्सा और एम्बुलेंस केंद्र विकसित किया है। इसके साथ एक एयरबेस और योग्य चिकित्सक व बचाव दल को भी नियुक्त किया गया है। अपने कर्मचारियों की सुरक्षा और सर्वोच्च सबसे प्राथमिकता पर हैं। कार्यस्थल को चोट या व्यावसायिक बीमारियों से मुक्त बनाने के लिए निरंतर प्रेयास किए जा रहे हैं। भूमिगत खदानों के लिए एक सुरक्षा पहल के रूप में कंपनी ने एक रिफ्यूजी चैंबर स्थापित किया है जो रॉकफाल जैसी घटना होने पर आपातकाल के समय सुरक्षित निकलने का रास्ता प्रदान करता है। रामपुरा आगुचा यूजी माइन एंड एसकेएम में सिमुलेटर जो वास्तविक मोबाइल उपकरणों का उपयोग विशिष्ट उपकरणों पर ऑपरेटरों का परीक्षण करने या लोगों को अनावश्यक खतरों से उजागर करने में सक्षम बनाते हैं। स्मार्ट माइनिंग ऑपरेंशंस सुनिश्चित करने के लिए कंपनी निरंतर प्रयास कर रही है। इसके साथ ही सभी स्थानों पर टरबाइन, मैन मशीन इंटरेक्शन को कम करने के लिए वैगन व्हील क्लैमर, कोयला यार्ड वाहन में निकटता स्विच और मैन मशीन और मशीन इंटरेक्शन को कम करने के लिए प्रयास किया गया है।