उदयपुर। गोभक्त-ग्वाल संत जगदीश गोपालानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि पीडि़तों एवं दिव्यांगों की सेवा करना ईश्वर के अनुष्ठान के समान है। वे गुरुवार को नारायण सेवा संस्थान के हिरण मगरी सेक्टर 4 स्थित नि:शुल्क अस्थि शल्य चिकित्सा हॉस्पिटल के मानव मंदिर परिसर में बोल रहे थे। उन्होंने अपनी 31 वर्षीय गो-पर्यावरण एवं आध्यात्म चेतना पदयात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि 4 दिसम्बर 2012 में हल्दीघाटी से शुरू इस यात्रा का 2043 में समापन होगा। उन्होंने भोजन से पहले पहली रोटी गो माता को देने का आह्वान करते हुए गो पालन से होने वाले लाभों की जानकारी दी। उन्होंने संस्थान में नि:शुल्क सर्जरी के लिये आये जन्मजात दिव्यांग एवं पूर्व पोलियो ग्रस्त किशोर-किशोरियों की कुशलक्षेम पूछी और कहा कि दिव्यांगों को उनके पैर पर खड़ा करना सचमुच ईश्वरीय कार्य है। इस दौरान महाराज ने दिव्यांगों को कृत्रिम हाथ पैर व कैलिपर भी प्रदान किये।
संस्थापक पद्मश्री कैलाश मानव ने संत का स्वागत करते हुए कहा कि महाराज की गो-पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना यात्रा से मानव समाज को सार्थक दिशा मिलेगी। प्रवचन सभा में सह संस्थापिका कमला देवी, निदेशक वंदना अग्रवाल, भगवान प्रसाद गौड़, दल्लाराम पटेल, कुलदीपसिंह शेखावत, डॉ मानसरंजन साहू भी उपस्थित रहे। संचालन महिम जैन ने किया।
भोजन से पहले गाय को रोटी दें : जगदीश गोपाल
