‘वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल 2020’ सम्पन्न

उदयपुर। भारत के सबसे बड़े विश्व संगीत महोत्सव ‘वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल’ के 5वें संस्करण का रंगारंग समापन रविवार को हुआ।
इससे पूर्व अंतिम दिन माजी का घाट, अंबराई घाट पर सुबह फेस्टिवल की शुरुआत शास्त्रीय गायक रवि जोशी ने भक्ति संगीत प्रस्तुत कर की। उन्होंने सुबह के राग बिलासखानी तोड़ी और मियांजी की तोड़ी में रचनाएं प्रस्तुत कीं। ये बादशाह अकबर के प्रसिद्ध दरबारी संगीतज्ञ मियाँ तानसेनजी के पुत्र बिलसखान द्वारा बनाए गए पारंपरिक राग हैं, जो  करुणा के मूड को दर्शाते हैं। इस दौरान रवि ने राग बहार में भी रचना की, जिसमें वसंत के मौसम का स्वागत करते हुए हर्षित मनोदशा को दर्शाया गया है। उन्होंने पंडित कुमार गंधर्व के निर्गुण भजन द्वारा अपने गायन का समापन किया।
इसके पश्चात मिको केंडीस ने कुर्दिस्तान क्षेत्र का संगीत प्रस्तुत किया। उनके संगीत में कुर्द लोगों की कहानी, गीत, महाकाव्य और पौराणिक कथा थी। उन्होंने अपने वाद्ययंत्र लूट को अपने साथी फ्रांस्वा क्लेव के साथ बजाया, जो उनका साथ परकशन पर दे रहे थे। उनके संगीत को दर्शकों ने बहुत पसंद किया।
फतहसागर पाल पर दोपहर को कार्यक्रम की शुरूआत पक्षी ने हिंदी पॉप फ्यूजन से किया। उन्होंने मलयालम और हिंदी मिक्स गीत प्रस्तुत किये। उनका पहला गाना पिछले साल रिलीज़ हुई एल्बम अंग से था, जो कि उनकी पहली एल्बम भी है। उन्होंने ‘पग मे बांधे घुंघरू’, ‘क्यों तू न बोले खुद से’,  ‘जोगी’ तथा ‘बलमा’ गीत प्रस्तुत कर दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। इसके बाद रूस के ‘सत्तूमा’ ने रूस का फोक करेलियन संगीत प्रस्तुत किया। उन्होंने फि़निश भाषा में फिनलैंड के गाने ‘कंट्री गाए’ और ‘यस ऑफ़ कोर्स’ गाते हुए श्रोताओं को आकर्षित किया। अंतिम प्रस्तुति अरुणाचली म्यूजिकल प्रिंस तबा चाके द्वारा हुई जिन्होंने दर्शकों को अपने पॉप संगीत से मंत्रमुग्ध कर दिया। ताबा ने ‘इन वादियों’, ‘मॉर्निंग सन’, ‘मेरी दास्तान’ और ‘दिस इज़ द डे’ जैसे खूबसूरत गीत प्रस्तुत किये।
गांधी ग्राउंड पर शाम को नई दिल्ली के अदवैता ने अपने बैंड के साथ इंडी फ्यूजन प्रस्तुत किया। उन्होंने ‘मोरा सैयां मोसे बोले ना’ और ‘छनन छनन बाजे’ गीतों को प्रस्तुत किया। इसके बाद बॉलीवुड पाश्र्व गायक, गीतकार और संगीतकार निकिता गाँधी ने बॉलीवुड गीत प्रस्तुत किया। तीन दिवसीय फेस्टिवल का समापन स्पेन के ओक्स ग्रासेस की स्पेनीश पॉप पर प्रस्तुति के साथ हुआ।
5वें संस्करण की थीम ‘हम विश्व हैं : अनेकता में एकता’ रखी गई। इसमें स्पेन, फ्रांस, कुर्दिस्तान, पुर्तगाल, माली, रूस, स्विट्जरलैंड देशों के 150 वैश्विक कलाकारों ने शिरकत की। फेस्टिवल में केरल, अबू धाबी, दिल्ली, मध्यप्रदेश, गुजरात और मुंबई से खासतौर से दर्शक आए जिन्होंने फेस्टिवल का जमकर लुत्फ उठाया।

Related posts:

मुकेश कलाल ने संभाला आबकारी अधिकारी का पदभार

Hindustan Zinc Earns (A-) Leadership Band Scores from CDP for Climate Change and Water Security Exce...

संक्रान्ति पर चलेगी नारायण संस्थान की सेवा

भारतीय खनन उद्योग के मजबूत और सस्टेनेबल भविष्य को सुरक्षित कर रहा हिन्दुस्तान जिंक

Arun Misra – New Chairman of CII Rajasthan & Sanjay Agarwal takes over as Vice Chairman 

नेक्सस सेलिब्रेशन मॉल ने ‘द ग्लॉस बॉक्स’ की घोषणा की

जिंक के शिक्षा संबंल कार्यक्रम के तहत् दीवाली अवकाश में शिक्षण शिविर आयोजित

सयाजी इंदौर ने उदयपुर में आयोजित सबसे बड़े ओडीसी इवेन्ट में आतिथ्य सेवा प्रदान की

Soon to be aired “Kal Ke Krorepati” facilitates Rs. 15 crore fundraising for startups

नारायण सेवा में दिव्यांगों और साधकों ने किया गुरु पूजन

दीपोत्सव के स्वागत में सजी झीलों की नगरी

महाविद्यालय स्तर की भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का द्वितीय चरण सम्पन्न

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *