उदयपुर । भारत और पूरी दुनिया में स्थिति गंभीर हो चुकी है और इस वक्त तुरंत कार्यवाही करना जरुरी है। टाटा ट्रस्ट्स और टाटा ग्रुप की कंपनियों ने इसके पहले भी जरुरत की घडी में देश की मदद की है। अभी समय की जरुरत अन्य किसी भी जरुरत से बडी है।
टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन रतन टाटा ने कहा कि आज के इस असाधारण मुश्किल दौर में, मेरा मानना है कि मानव जाति के सामने आयी हुर्इ आज तक की सबसे कठिन चुनौतियों में से एक कोविड 19 विपदा के ख्िालाफ लडने के लिए जरूरतों को पूरा करने के लिए तत्काल आपातकालीन संसाधनों को तैनात करने की आवश्यकता है।
आज टाटा ट्रस्ट्स, सभी प्रभावित समुदायों की सुरक्षा और सक्षमीकरण के लिए अपनी प्रतिज्ञा को जारी रखते हुए 500 करोड रुपये फ्रंटलाइन पर कार्यरत चिकित्सा र्किमयों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, बढ़ते हुए मामलों के इलाज के लिए श्वसन प्रणाली (रेस्पिरेटरी सिस्टम्स), टेस्टींग की क्षमता को हर व्यक्ति तक बढ़ाने के लिए टेस्टींग किट्स, संक्रमित मरीजों के लिए मॉड्यूलर उपचार सुविधाओं की स्थापना एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आम जनता तक जानकारी पहुंचाने के लिए प्रबंधन और प्रशिक्षण कार्यों के लिए प्रतिबद्ध कर रहा है। ऽ ऽ
टाटा ट्रस्ट्स, टाटा सन्स और टाटा समूह की कंपनियां अपने स्थानीय और वैश्विक सहयोगियों और सरकार के साथ मिलकर वंचित लोगों तक पहुंचने के लिए प्रयास करने वाले एक संयुक्त सार्वजानिक स्वास्थ्य सहयोग मंच पर इस संकट के खिलाफ लड रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस महामारी से लडने के लिए अपने जीवन और सुरक्षा को जोखिम में डालकर काम कर रहे सदस्य संगठनों के प्रत्येक व्यक्ति के प्रति हम बहुत सम्मान महसूस करते हैं और उनके अत्यंत आभारी हैं।