उदयपुर। आस्था और श्रद्धा के महामेले महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पुण्यदाई मौके पर नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर द्वारा सेवा की गंगा बही। दान के हजार गुना फल प्राप्ति की भावना से अलसुबह की मंगल वेला में दूध, पकौड़ी और खिचड़ी का अल्पाहार बटना शुरू हुआ। साथ ही सर्दी की ठिठुरन में कांपते संत,गरीब एवं राहगीरों को कंबल वितरण भी हुआ। वक्त के साथ मध्यान 12 बजे भोजन शुरू हुआ,जो की रात भर चलेगा। करीब 10 – 15 हजार लोगों ने भंडारे का लाभ लिया वहीं 20 हजार कंबल का वितरण किया गया।
नारायण सेवा संस्थान के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि नारायण सेवा संस्थान मकर संक्रांति 14 जनवरी से निरंतर महाकुंभ में महापुण्य प्राप्ति के लिए लंगर, भंडारा, कपड़े और कंबल का नि:शुल्क वितरण बड़ी संख्या में कर रहा है।
इस सेवा में संस्थान की 70 सदस्य टीम 24 घंटे सेवा में जुटी है। 400 लोगों को नि:शुल्क आवास की व्यवस्था भी उपलब्ध कराई गई है। जिसमें संस्थान के दानी लोग आ रहे हैं। संस्थान द्वारा हजारों लोगों को मां-गंगा-जमुना -सरस्वती संगम की डुबकी का मौका मिल रहा है। हमारे छोटे से प्रयास से इन 45 दिनों में कई हजार लोग लाभान्वित होंगे।
संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल और पलक अग्रवाल के नेतृत्व में कुंभ सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। हम दिव्यांग बंधु-बहिनों को मदद पहुंचाकर गंगा की डुबकी भी लगवा रहे है और कई दिव्यांगों को ट्राई साइकिल, व्हीलचेयर, बैसाखी भी प्रदान कर रहे हैं। विशेष रूप से दुर्घटना में दिव्यांग हुए सभी आयु वर्ग के बंधु-बहनों का कुंभ नगर में ही माप लिया जाकर उन्हें नि:शुल्क मॉड्यूलर कृत्रिम पैर और हाथ लगाए जा रहे हैं। उन्हें ट्रेनिंग भी दी जा रहे हैं।