श्रीमाली समाज का “संस्कार भवन” बना समाज के लिए प्रेरणा का केंद्र, तीसरी मंजिल का निर्माण कार्य जोरों पर

उदयपुर। श्री संस्कार भवन संपत्ति व्यवस्था ट्रस्ट द्वारा संचालित श्रीमाली समाज का संस्कार भवन समाजहित में अपनी उपयोगिता और प्रभावशीलता सिद्ध कर रहा है। समाज की एकता, संस्कृति, और सेवा भावना को बढ़ावा देने वाला यह भवन अब एक नए विकास चरण की ओर अग्रसर है। संस्कार भवन की तीसरी मंजिल का निर्माण कार्य तेज़ी से जारी है और जल्द ही पूर्ण होकर समाज के उपयोग में आएगा।

संस्कार भवन न केवल धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का केंद्र बन चुका है, बल्कि यह शिक्षा, प्रशिक्षण, और सामूहिक गतिविधियों के लिए भी एक सशक्त मंच प्रदान कर रहा है। तीसरी मंजिल के निर्माण से भवन की क्षमता में वृद्धि होगी और यह समाजजनों को और भी अधिक सुविधाएं उपलब्ध करा सकेगा।

श्री संस्कार भवन संपत्ति व्यवस्था ट्रस्ट के निर्माण समिति की महत्वपूर्ण बैठक रविवार को ट्रस्ट के अध्यक्ष अध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली की अध्यक्षता एवं समाजसेवी सत्यनारायण श्रीमाली के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुई। बैठक में तृतीय तल के निर्माण को शीघ्र पूर्ण कराने पर जोर दिया गया। ट्रस्ट के सचिव ओम शंकर श्रीमाली एवं निर्माण समिति के संयोजक जय प्रकाश श्रीमाली ने प्रगति की जानकारी दी। बैठक में सुनिल श्रीमाली,भाव प्रकाश दशोत्तर, जतिन श्रीमाली,जयन्त औझा, गणेश श्रीमाली, नर्बदाशंकर श्रीमाली एवं ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष सूर्य प्रकाश श्रीमाली उपस्थित रहे।

ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि संस्कार भवन परिसर का विस्तार समाज के सहयोग और समर्पण से संभव हो पाया है। समाज के वरिष्ठजनों, युवाओं और महिलाओं ने एकजुट होकर इस कार्य को गति दी है, जो कि समाज की एकता और विकास की भावना को दर्शाता है।

इस अवसर पर ट्रस्ट ने पदाधिकारियों ने आह्वान किया है कि वे इस पुनीत कार्य में तन-मन-धन से सहयोग करें, ताकि संस्कार भवन समाज सेवा के क्षेत्र में एक आदर्श उदाहरण बना रहे।

श्री संस्कार भवन संपत्ति व्यवस्था ट्रस्ट के अध्यक्ष रविंद्र श्रीमाली ने बताया कि समाज के सारे आयोजन बहुत बड़ी और अच्छी सुविधाओं के साथ कम खर्चे में संपन्न हो इस उद्देश्य को लेकर के समाज का एक विशाल स्थान श्री संस्कार भवन के रूप में विकसित किया गया है जिसमें एक 10000 फीट का बड़ा हाल, एक 3000 फीट का छोटा हाल और 37 कमरे, आयोजनों को करने के लिए बड़ा गार्डन , यज्ञशाला, पार्किंग आदि का निर्माण समाज हेतु फिलहाल कियाजा चुका है

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