उदयपुर। शहर के एक नामी डॉक्टर को उनकी दिवंगत पत्नी की स्मृति में फिल्म बनाने और इसके रिलीज होने पर 200 करोड़ की कमाई का झांसा देकर 30 करोड़ से अधिक रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। डॉक्टर की रिपोर्ट पर भूपालपुरा थाना पुलिस ने बॉलीवुड के निर्देशक विक्रम भट्ट, उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट, उदयपुर के दिनेश कटारिया सहित आठ जनों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है।
गोविंदपुरा एमबी कॉलेज के सामने निवासी डॉ. अजय मुर्डिया पुत्र स्व. महावीरसिंह मुर्डिया ने फिल्म निर्देशक विक्रम प्रवीण भट्ट, इसकी पत्नी श्वेम्ताबरी भट्ट निवासी अंधेरी वेस्ट, मुम्बई, पुत्री कृष्णा विक्रम भट्ट, दिनेश पुत्र सुरेश कटारिया निवासी सहेली नगर उदयपुर, मेहबूब अंसारी पुत्र उस्मान अंसारी प्रोड्यूसर निवासी ठाणे, मुदित पुत्र धर्मेंद्र बुटट्टान निवासी दिल्ली, गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव डीएससी चेयरमेन, फैडरेशन ऑफ़ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलोईज मुम्बई व अशोक दुबे जनरल सेक्रेट्री, फैडरेशन ऑफ़ वेर्स्टन इंण्डिया सिने एम्पलोईज के खिलाफ रिपोर्ट दी।
डॉ. अजय मुर्डिया का उदयपुर में यूएसएम म्युजिक ग्रुप से जुड़ा होने से उनका सम्पर्क दिनेश कटारिया से हुआ, जिसने बताया कि उसकी मुम्बई में फिल्म जगत में बहुत जान पहचान है। कुछ दिनों बाद दिनेश कटारिया घर आया व कहा कि विक्रम भट्ट से आपकी बायोपिक बनाने के बारे में बात हो गई है। दिनेश के कहने पर 25 अप्रेल 2024 को मुम्बई स्थित वृंदावन स्टूडियो गए। दिनेश कटारिया ने विक्रम भट्ट से मिलवाया, उन्होंने अपनी बायोपिक बनवाने की इच्छा जाहिर की। भट्ट ने विश्वास दिलाया कि फिल्म निर्माण से जुडे सभी कार्य वह कर लेगा आप बस रूपया भेजते रहना। भट्ट ने यह भी बताया कि उनकी पत्नी व पुत्री दोनों फिल्म निर्माण के कार्य में एसोसिएट है तथा उन्होंने अपनी पत्नी श्वेताम्बरी भट्ट के नाम से एक एलएलपीए वीएसबी नाम से रजिस्टर्ड बना रखी है। डॉ. अजय ने विक्रम भट्ट के साथ दो फिल्मों के निर्माण में रूपया लगाने की सहमति दी। भट्ट ने अपनी पत्नी की फर्म वीएसबी एलएलपी व मेरी फर्म इंदिरा इन्टरप्राइजेज के बीच दो फिल्मों बायोपिक व महाराणा के निर्माण का 40 करोड़ रुपए का एग्रीमेट करवाया। विक्रम भट्ट व श्वेताम्बरी ने 2 करोड़ 50 लाख रुपए मांगे, जो उसने 31 मई 2024 को जरिये आरटीजीएस करवा दिए। कुछ दिन बाद विक्रम, श्वेताम्बरी भट्ट उदयपुर आए और बोले कि 7 करोड़ रुपए और फाइनेंस कर वे चार फिल्में 47 करोड़ में बना सकते हैं। इन फिल्मों की रिलीज से 100 से 200 करोड़ रूपयो तक मुनाफा हो जाएगा। इसके बाद वह बिलों का भुगतान इंदिरा एन्टरटेन्मेट के खाते से उनके बताएं वेडरों को करवाता रहा। 2 जुलाई 2024 को इंदिरा एन्टरटेन्मेट नाम से एक नई एलएलपी का रजिस्ट्रेशन करवाया। उनके स्टाफ में अमनदीप, मंजीतसिंह, मुदित, फरजाना आमीरअली, अबजानी, राहुल कुमार, सचिन गरगोटे, सबोबा भिमाना अडकरी के नाम के एकाउन्ट में 77 लाख 86 हजार 979 रुपए अंतरित करवाए। इस तरह 2 करोड़ 45 लाख 61 हजार 400 रुपए अंतरित किए। वहीं इंदिरा एन्टरटेन्मेट से 42 करोड़ 70 लाख 82 हजार 232 रुपए का भुगतान किया गया, जबकि चार फिल्मों का निर्माण 47 करोड़ में किया जाना तय हुआ था। विक्रम भट्ट व श्वेताम्बरी भट्ट ने केवल दो फिल्म का निर्माण कर रिलीज करवाया और दूसरी का निर्माण पूरा करवाया और तीसरी फिल्म विश्व विराट लगभग 25 प्रतिशत ही निर्मित हुई और चौथी फिल्म महाराणा-रण की अब तक शूटिंग भी चालू नहीं हुई। अकेली फ़िल्म महाराणा-रण के ही 25 करोड़ हड़प लिए। इसके बाद 11 करोड़ रुपए की मांग की। इस तरह आरोपियों ने उससे 30 करोड़ से अधिक राशि हड़प ली है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
200 करोड़ के मुनाफे का लालच देकर 30 करोड़ हड़पने का आरोप, फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट, उनकी पत्नी, प्रोड्यूसर महबूब, दिनेश कटारिया सहित आठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज
