उदयपुर : डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) में “अनलीशिंग द पॉवर ऑफ़ एआई एजेंट्स” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को एआई एजेंट्स की क्षमता, उनके व्यावहारिक उपयोग और भविष्य की संभावनाओं से परिचित कराना था। कार्यक्रम की शुरुआत विभाग की निदेशक प्रो. मंजू माण्डोत द्वारा अतिथियों एवं विद्यार्थियों के स्वागत संबोधन से हुई। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस तेजी से हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बनता जा रहा है। एआई तकनीक ने न केवल हमारे दैनिक कार्यों को सरल बनाया है बल्कि अनेक क्षेत्रों में नवाचार के नए अवसर भी प्रदान किए हैं।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, आईबीएम स्किल्स बिल्ड के एआई ट्रेनर यश रावल ने विद्यार्थियों को एआई एजेंट्स की कार्यप्रणाली को सैद्धांतिक और प्रायोगिक दोनों दृष्टिकोणों से समझाया। उन्होंने एक लाइव डेमो के माध्यम से यह प्रदर्शित किया कि एआई किस प्रकार विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में एआई एजेंट्स का उपयोग और अधिक प्रभावी, व्यापक तथा उद्योगों के लिए अनिवार्य होता जाएगा।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद् ज्ञापन डॉ. मनीष श्रीमाली ने दिया तथा संचालन डॉ. भरत सुखवाल ने किया। कार्यशाला के दौरान संकाय सदस्य, डॉ. भारत सिंह देवड़ा, डॉ. गौरव गर्ग, डॉ. दिलीप चौधरी, मुकेश नाथ, दुर्गाशंकर और त्रिभुवन सिंह बमनिया उपस्थित रहे। सभी संकाय सदस्यों ने विद्यार्थियों के साथ संवाद किया, विचार साझा किए तथा उनके प्रश्नों का समाधान किया। यह कार्यशाला विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई। इससे उन्हें एआई एजेंट्स, नवीनतम तकनीकी विकास एवं एआई के व्यावसायिक और औद्योगिक उपयोग के बारे में गहन जानकारी प्राप्त हुई। कार्यक्रम के सफल आयोजन में विभाग के सभी संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
“अनलीशिंग द पॉवर ऑफ़ एआई एजेंट्स” विषय पर कार्यशाला का आयोजन
