आपातकालीन चिकित्सा सेवा को मजबूत कर सुदृढ़ टीकाकरण अभियान की आवश्यकता : डॉ. रवि प्रकाश

उदयपुर। कोविड 19 वैश्विक महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, हालांकि पहली लहर से ज्यादा घातक दूसरी लहर घट रही है और तीसरी लहर के आने की अटकलें शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग कोविड उपयुक्त व्यवहार जैसे मास्क पहनना, सोशल डिसटेंसिंग व बार-बार हाथ धोने की पालना करें। यह बात पारस जेके हॉस्पिटल में आपातकालीन चिकित्सा विभाग के सलाहकार और प्रमुख डॉ. रवि प्रकाश ने कही।
उन्होंने कहा कि योग्य उम्मीदवारों का जल्द से जल्द टीकाकरण करने की आवश्यकता है। टीकाकरण से अपनी ही नहीं परिवार के सदस्यों तथा समाज की सुरक्षा होगी। जिन्होंने दोनों डोज लगवाली हैं उनमें कोविड संक्रमण की संभावना कम होती है। किसी कारण संक्रमित होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता भी बहुत कम ही होती है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार देश में लगभग 60-70 प्रतिशत आबादी के टीकाकरण की आवश्यकता हो सकती है। हर्ड इमूनिटी के लिए यह और स्पष्ट तब होगा जब अधिक शोध डेटा उपलब्ध होगा। डॉ. रवि प्रकाश ने बताया कि आपातकालीन चिकित्सा विभाग और क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग, कोविड प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कोविड रोगियों के लिए आपातकालीन चिकित्सा विभाग में सही समय पर जांच कर उन्हें जरूरी इलाज देने, उनकी स्थिति नियंत्रण में करने, उन्हें क्रिटिकल केयर यूनिट में या वार्ड में स्थानांतरित करने की आवश्यकता होती है, इसलिए सभी अस्पतालों में इन विभागों को मजबूत करने का यही सही समय है।

Related posts:

Standard Capital Markets Ltd.Board Approves Allotment of NCDs, Raises INR 15 Cr

श्रीमाली समाज करेगा श्रीमाली ओलंपिक का आयोजन

पिम्स हॉस्पिटल उमरड़ा में बच्चे की अत्यंत दुर्लभ सफल सर्जरी

पिम्स हॉस्पिटल, उमरड़ा में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में मरीज के पेट की नस की सफल एंजियोप्लास्टी

बड़ी तालाब भरने पर पदयात्रा निकाली

वर्तमान ही जीवन, उसे बेहतर बनाएँ : अग्रवाल  

ओसवाल सभा की प्रथम पिकनिक एवं स्नेह मिलन ‘मल्हार 2024’ सम्पन्न

45 वें ऑल इंडिया मोहन कुमारमंगलम फुटबॉल टूर्नामेंट का जावर में आगाज़

उदयपुर मेंं कोरोना अर्श से फर्श की ओर

आर.एस.एम.एम. लि. प्रबंधन द्वारा श्रमिकों को कुचलने का तानाशाहीपूर्वक व्यवहार

ब्रेस्ट कैंसर के देर से डायनगोसिस होने वाले केसेस बढ़ रहे हैं क्योंकि राजस्थान में केवल 4.8% महिलाओं...

जिंक के शिक्षा संबल कार्यक्रम में “साइंस-ओ-मेनिया” के अंतर्गत 12वीं विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों मे...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *