राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ साझेदारी में आरएलजी का आईईसी जागरूकता और संग्रह अभियान

भीलवाड़ा। आरएलजी इंडिया, म्यूनिख मुख्यालय स्थित रिवर्स लॉजिस्टिक्स ग्रुप (आरएलजी) का हिस्सा है; यह कंपनी व्यापक रिवर्स लॉजिस्टिक्स समाधानों का एक प्रमुख वैश्विक सेवा प्रदाता है। आरएलजी इंडिया राजस्थान में इनफार्मेशन, एजुकेशन एंड कम्युनिकेशन (आईईसी) जागरूकता और संग्रह अभियान शुरू करने के लिए राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (आरएसपीसीबी) के साथ सहयोग कर रहा है। ‘क्लीन टू ग्रीन ऑन व्हील्स’ अभियान के तहत राजस्थान के अलवर, भीलवाड़ा, जोधपुर और भिवाड़ी जिलों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
14 अक्टूबर को चौथे अंतर्राष्ट्रीय ई-कचरा दिवस (इंटरनेशनल इ-वेस्ट डे (आई ई डब्लयू डी)) को चिह्नित करने के लिए, आरएलजी इंडिया औपचारिक ई-कचरे के पुनर्चक्रण की आवश्यकता के बारे में राजस्थान के जिलों में कई हितधारकों को शिक्षित करने की पहल कर रहा है। इसके साथ, सी2जी राजस्थान के रणनीतिक शहरों और कस्बों को कवर करते हुए संग्रह अभियान को हरी झंडी दिखाएगा और इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (डब्ल्यूईईई) से कचरे के संग्रह को बढ़ावा देगा। संग्रह वाहनों को 14 अक्टूबर को जयपुर में आरएसपीसीबी के कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया और 20,000 से अधिक व्यक्तियों तक पहुंचने की उम्मीद में, 10 दिनों की अवधि में 45 गतिविधियों का संचालन करते हुए, 12 जिलों, 22 शहरों में यात्रा की जाएगी।
17 अक्टूबर को यह वाहन भीलवाड़ा पहुंचा। विभिन्न आरडब्ल्यूए और आसपास के क्षेत्रों को कवर किया और 18 अक्टूबर को भीलवाड़ा नगर निगम से क्लीन टू ग्रीन कलेक्शन वाहन को मुख्य अतिथि महावीर मेहरा, आरओ- भीलवाड़ा, आरएसपीसीबी द्वारा राकेश पाठक, अध्यक्ष, नगर निगम की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाई गई।
राजस्थान राज्य में अपने जागरूकता अभियान का संचालन करते हुए, आरएलजी, आरएसपीसीबी के सहयोग से, ऐसी गतिविधियों का संचालन कर रहा है जिसमें टेकबैक पोर्टल लॉन्च करना और घर-घर ई-कचरा संग्रह को बढ़ावा देना शामिल है। थोक उपभोक्ताओं, आवासीय क्षेत्र, अनौपचारिक क्षेत्र, डीलर/खुदरा बाजार, शैक्षणिक संस्थानों में अधिकतम कवरेज के लिए 4 शहरों में ‘फीट ऑन स्ट्रीट’ तैनात किये गए है।
आरएलजी इंडिया की प्रबंध निदेशक, सुश्री राधिका कालिया ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग में वृद्धि ने अंतिम उपयोगकर्ताओं से ईईई के संग्रह को बढ़ावा देने हेतु जागरूकता पैदा करना अनिवार्य बना दिया है। राजस्थान में आईईसी जागरूकता और संग्रह अभियान के शुभारंभ के साथ, आरएलजी सभी बड़े / छोटे शहरों और कस्बों में ई अपशिष्ट समस्या के समाधान प्रदान करने का प्रयास करता है। हम अपनी आने वाली पीढिय़ों के लिए स्वच्छ और हरित भारत के निर्माण के अपने उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आरएसपीसीबी के सदस्य सचिव, आनंद मोहन ने कहा कि ई-कचरा प्रबंधन वर्तमान में राजस्थान में प्रमुख चिंताओं में से एक है। आज हम जिस एक प्रमुख बाधा का सामना कर रहे हैं, वह है उचित ई-कचरे के निपटान के महत्व के बारे में हितधारकों के बीच जागरूकता की कमी। हमने जागरूकता अभियान शुरू करने की उनकी महान पहल का हिस्सा बनने के लिए आरएलजी के सी2जी अभियान के साथ हाथ मिलाया है, जो न केवल हितधारकों को शिक्षित करेगा, बल्कि स्थायी ई-कचरा प्रबंधन का एक व्यावहारिक उदाहरण स्थापित करने के लिए राजस्थान के कई जिलों में गतिविधियों का संचालन भी करेगा।

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