सिम्स की अनूठी उपलब्धि

उदयपुर। सिम्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल (मेरेंगो एशिया नेटवर्क हॉस्पिटल) ने वर्ष 2021 के आखरी 15 दिनों में चार हृदय प्रत्यारोपण के साथ 2021 के आखिरी दिन सीमाचिह्न स्थापित किया। अहमदाबाद स्थित सिम्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए 25वीं हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी सफलतापूर्वक संपन्न की है। सिम्स यह महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त करने वाला गुजरात का पहला अस्पताल बन देश में इस मुकाम तक पहुंचने वाले अस्पतालों की सूची में शामिल हुआ है। सिम्स एकमात्र सक्रिय अस्पताल है जो हृदय प्रत्यारोपण कर रहा है।
सिम्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में कार्डियोथोरेसिक और हृदय प्रत्यारोपण (हार्ट ट्रांसप्लांट) विभाग के निर्देशक और प्रमुख डॉ. धीरेन शाह ने कहा कि सिम्स ने पांच साल में 25 हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी पूर्ण की हैं, जिनमें से 14 सर्जरी पिछले एक साल में, अंतिम आठ सर्जरी सिर्फ दो महीने में और 4 हृदय प्रत्यारोपण दिसम्बर महीने के आखरी तीन हफ्तों मे हुए हैं। गुजरात में अंगदान जागरूकता दर में वृद्धि के कारण यह सफलता हासिल हुई है।
संयोग से, गुजरात में हृदय प्रत्यारोपण की पहली सफल सर्जरी भी 2016 में सिम्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में ही हुई थी।
सिम्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल(अहमदाबाद) के इंटवेनशनल कार्डिओलॉजिस्ट, हार्ट फेल्योर और हार्ट ट्रांसप्लांट कार्डिओलॉजिस्टडॉ मिलन चग ने कहा कि 25वीं हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी शुक्रवार सुबह 59 वर्षीय अहमदाबाद निवासी की हुई। वह डाइलेटेड कार्डियोमायोपैथी से पीडि़त थे और पिछले 7-8 महीनों में उनकी हालत और खराब हो गई थी। बीते कुछ महीनों के दौरान उन्हें तीन बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन कुछ जटिलताओं के कारण योग्य हृदय नहीं मिला था। मरीज के अनुरूप हृदय पाए जाने के एक दिन बाद हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी हुई। उनकी हालत फिलहाल ठीक है। हृदय दाता 32 वर्षीय वडोदरा निवासी था, जो बुधवार को सडक़ दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए और गुरुवार को उन्हें ब्रेन डेड घोषित किया गया।
कार्डियक और हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. धवल नाइक ने कहा कि उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवा, देखभाल प्रदान करने में नए मानक स्थापित करने के लिए हम निरंतर प्रयास करना जारी रखेंगे। कार्डियक एनेस्थेसियोलॉजिस्ट और इंटेंसिविस्ट डॉ चिंतन शेठ ने कहा कि यह सीमाचिह्न डॉक्टरों और अन्य पेशेवरों की टीम के बेहतर कौशल और ज्ञान को भी दोहराता है। हृदय दान करने के लिए दाता और दाता परिवार, राज्य अंग ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO) अहमदाबाद, वडोदरा और आणंद के यातायात पुलिस, डॉ. दीपाली तिवारी, गुजरात सरकार और अन्य हितधारक जिन्होंने इस हृदय प्रत्यारोपण को सफल बनाने में सहयोग दिया, उन सभी का आभार।

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