कंपनी जलवायु परिवर्तन हेतु प्रतिबद्धता और पारदर्शिता में विश्व में अग्रणी
उदयपुर : हिंदुस्तान जिंक को कॉर्पोरेट पारदर्शिता और जलवायु परिवर्तन हेतु नेतृत्व के लिए वैश्विक पर्यावरण गैर-लाभकारी सीडीपी द्वारा अपनी वार्षिक ‘ए‘ श्रेणी में स्थान दिया गया है। यह मान्यता शुद्ध शून्य उत्सर्जन के अपने दृष्टिकोण को प्राप्त करने की दिशा में कंपनी की प्रतिबद्धता का परिणाम है। कंपनी ने अपने विकास और मूल्य-निर्माण हेतु सस्टेनबिलिटी को प्रमुखता और प्राथमिकता दी है।
इस उपलब्धि पर हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा, “हमें खुशी है कि सीडीपी ने जलवायु परिवर्तन पर सकारात्मक प्रभाव के लिए हिंदुस्तान जिंक की प्रगति का मूल्यांकन कर विश्व में अग्रणी कंपनी के रूप में मान्यता दी है। बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों, सौर ऊर्जा और विभिन्न अन्य पहलों को अपनाने के माध्यम से भारतीय खनन को डीकार्बोनाइज करने पर हमारा मुख्य लक्ष्य हमें संचालन की कार्यशैली में सस्टेनेबिलिटी के हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक है।
सीडीपी में कॉर्पोरेशन और आपूर्ति श्रृंखला के ग्लोबल डायरेक्टर डेक्सटर गैल्विन ने बधाई देते हुए कहा कि “शुद्ध-शून्य और प्रकृति-सकारात्मक भविष्य की दिशा में पर्यावरणीय पारदर्शिता पहला महत्वपूर्ण कदम है। विश्व में लगातार बढ़ती पर्यावरणीय चिंताओं के वर्ष में अत्यधिक मौसम से लेकर प्रकृति को अभूतपूर्व नुकसान तक – परिवर्तनकारी, तत्काल और सहयोगी परिवर्तन की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। हमें वैश्विक जीएचजी उत्सर्जन के आधे हिस्से को डीकार्बोनाइज करना होगा और 2030 तक वनों की कटाई को खत्म करना होगा, इसके साथ ही जल सुरक्षा प्राप्त करना होगा – प्रकृति के बिना 1.5 डिग्री सेल्सियस का कोई रास्ता नहीं है। जैसा कि सीडीपी जलवायु, वन और जल नेतृत्व के रूप में अर्हता प्राप्त करने पर हमेशा बल देता है, हम आशा करते हैं कि ए सूची में कंपनियों की महत्वाकांक्षाएं और कार्य जारी रखेगी।
सीडीपी के वार्षिक पर्यावरणीय प्रकटीकरण और स्कोरिंग प्रक्रिया को कॉर्पोरेट पर्यावरण पारदर्शिता के स्वर्ण मानक के रूप में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। सीडीपी द्वारा इन कंपनियों का आकलन करने के लिए एक विस्तृत और स्वतंत्र कार्यप्रणाली का उपयोग किया जाता है, ए से डी के स्कोर का आवंटन- प्रकटीकरण की व्यापकता, पर्यावरणीय जोखिमों के बारे में जागरूकता और प्रबंधन और पर्यावरणीय नेतृत्व से जुड़े सर्वोत्तम महत्वाकांक्षी और सार्थक लक्ष्य प्रदर्शन के आधार पर दी जाती है। जो लोग इसकी जानकारी नही देते हैं या अपर्याप्त जानकारी प्रदान करते हैं उन्हें एफ स्कोर दिया जाता है।
हिंदुस्तान जिंक, वेदांता समूह की कंपनी और जिंक, लेड और सिल्वर का देश का सबसे बड़ा और एकमात्र एकीकृत उत्पादक है, जिसे हाल ही में एस एण्ड पी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी ईयरबुक 2023 में धातु और खनन क्षेत्र में शीर्ष 5 प्रतिशत स्कोर में स्थान दिया गया है। लगातार छठे वर्ष प्रतिष्ठित वार्षिकी में स्थान दिया गया है। यह मान्यता सस्टेनेबिलिटी हेतु कंपनी की प्रतिबद्धता के बारे में जानकारी देती है जो विभिन्न पहलों के माध्यम ऊर्जा-कुशल प्रौद्योगिकी में निवेश करना, इसके कार्बन उत्सर्जन को कम करना, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना और इसके संचालन के दौरान पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार प्रथाओं को बढ़ावा देना प्रदर्शित की गई है।
हिंदुस्तान जिंक को धातु और खनन क्षेत्र के तहत एस एंड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में विश्व स्तर पर तीसरा और एशिया प्रशांत क्षेत्र में पहला स्थान दिया गया है। पर्यावरण, सामाजिक और शासन के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को सीएपी 2.0 एवं एस एण्ड पी ग्लोबल प्लैट्स अवार्ड्स, ग्रीनको सर्टिफिकेशन, सीआईआई नेशनल 5एस एक्सीलेंस अवार्ड, भामाशाह अवार्ड और एवं अन्य प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा मान्यता दी गयी है।
हिंदुस्तान जिंक को जलवायु परिवर्तन पारदर्शिता के लिए ‘ए‘ स्कोर
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