उदयपुर। अल्ट्राटेक के निदेशक मंडल ने अपनी बैठक में उत्पादन क्षमता में प्रतिवर्ष 12.8 मिलियन टन (एमटीपीए) के विस्तार को सहमति दी। इस विस्तार में ब्राउन फील्ड व ग्रीन फील्ड का सम्मिश्रण शामिल है। इस अतिरिक्त क्षमता को देश के पूर्व, मध्य व उत्तर क्षेत्र में तेजी से बढ़ते बाज़ारों में विकसित किया जाएगा।
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि कोर इंफ्रास्टक्चर सेक्टर में यह महत्वपूर्ण निवेश आर्थिक गतिविधियों के चक्र में तेजी लाएगा तथा निजी निवेश चक्र की शुरूआत में मदद करेगा। वर्तमान आर्थिक पृष्ठभूमि को देखते हुए, यह पूंजी परिव्यय सरकार के आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम की दिशा में उठाया गया कदम है। यह अल्ट्राटेक के भारत की नंबर 1 सीमेंट कंपनी से राष्ट्रीय चैंपियन बनने तक के सफर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद सीमेंट उद्योग अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। इसके पीछे सरकार का आधारभूत ढांचे पर जोर, ग्रामीण अर्थव्यवस्था तथा व्यक्तिगत गृह निर्माण क्षेत्र में मांग में वृद्धि है। अल्ट्राटेक की अखिल भारतीय उपस्थिति को देखते हुए, जिसे क्षमता विस्तार से और मजबूत किया जाएगा, देश में सीमेंट की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अल्ट्राटेक अच्छी स्थिति में मौजूद रहेगी।
इस विस्तार में राजस्थान के पाली में सीमेंट संयंत्र का अनुमोदन शामिल है। उत्तरप्रदेश, ओडिशा, बिहार व पश्चिम बंगाल में कंपनी 6.7 एमटीपीए की क्षमता का विस्तार कर रही है जो अब गति पकड़ रहा है तथा जिसके चरणबद्ध तरीके से वित्त वर्ष 22 में आरंभ हो जाने की संभावना है। कंपनी के रिकॉर्ड समय में क्षमताओं को स्थापित करने के इतिहास को देखते हुए, नई क्षमताओं से व्यावसायिक उत्पादन चरणबद्ध तरीके से वित्तवर्ष 23 की चौथी तिमाही तक सुचारू हो जाने उम्मीद है। यह क्षमता वृद्धि चल रहे डेलेवरेजिंग प्रोग्राम को प्रभावित नहीं करेगी, जो कि विस्तार कार्यक्रम पूरा होने तक अल्ट्राटेक को ऋण मुक्त करने के लिए पटरी पर है। विस्तार के नवीनतम दौर के पूरा होने पर कंपनी की क्षमता चीन के बाहर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करते हुए 136.25 मिलियन टन प्रति वर्ष तक बढ़ जाएगी।