उदयपुर। भाजपा के दो आदिवासी चेहरों ने उदयपुर में भारत आदिवासी पार्टी (बाप) और कांग्रेस पर निशाना साधा। जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी और राज्यसभा सदस्य चुन्नीलाल गरासिया ने गुरूवार को आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि कांग्रेस के उदयपुर के उम्मीदवार ताराचंद मीणा जब उदयपुर के कलेक्टर थे तब मिशन कोटड़ा अभियान चलाया, जिसका कोई परिणाम नहीं आया। वहां पैसा ही खर्च हुआ परिणाम कुछ नहीं मिला। खराड़ी ने कहा कि ताराचंद ने मिशन कोटड़ा में क्या किया यह बता दें तो जाने। उन्होंने आरोप लगाया कि ताराचंद ने चुनावों में सरकारी गाड़ी का मिस यूज किया था लेकिन कोटड़ा की जनता ने कांग्रेस को नकार दिया।
खराड़ी ने आरोप लगाया कि उस समय कलेक्टर रहते हुए मीणा ने एक राजनीतिक दल के एजेंट के रूप में काम किया, जो पद पर रहते हुए शोभा नहीं देता। ताराचंद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कह चुके थे कि झाड़ोल को जिला बना रहे हैं लेकिन जब सूची में नाम नहीं आया तो निराशा हाथ लगी। बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय दर्जा के सवाल पर खराड़ी बोले कि हमारे एजेंडे में है, उसका विकास करेंगे और जितना बजट खर्च करना होगा उतना करेंगे।
राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया ने कहा कि कांग्रेस ने इस चुनाव में बांसवाड़ा में जनता के साथ मजाक किया है। देश निर्माण के चुनाव में कांग्रेस ने जो किया, उसका जवाब जनता देगी। उन्होंने पहले कांग्रेस से उम्मीदवार घोषित किया और बाद में बाप पार्टी को समर्थन दिया। कांग्रेस ने वहां आदिवासियों के साथ मजाक किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अबकी बार 400 पार के नारे पर बाप पार्टी के राजकुमार रोत कह रहे है कि ये संविधान और आरक्षण खत्म करना चाहते हैं जो सरासर गलत है। राजकुमार रोत गुमराह कर रहे हैं। अब वहां की जनता जवाब देगी। गरासिया ने कहा कि ये वहीं राजकुमार रोत है जिन्होंने कांकरी डूंगरी प्रकरण में बेरोजगारों को उलझाया जिससे आज उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने रोत के अलावा सागवाड़ा के पूर्व विधायक रामप्रसाद ढिंढोर पर आरोप लगाया कि दोनों ने जनता के काम नहीं किए और गहलोत सरकार को राज्यसभा चुनाव से लेकर सरकार बचाने में परदे के पीछे साथ दिया।
प्रेसवार्ता में भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रवींद्र श्रीमाली, लोकसभा प्रभारी प्रमोद सामर, भाजपा संभाग मीडिया प्रभारी चंचलकुमार अग्रवाल, लोकसभा मीडिया सहप्रभारी अशोक आमेटा उपस्थित थे।