नाथद्वारा : हिंदी दिवस पर साहित्य मंडल, श्रीनाथद्वारा का ‘हिंदी लाओ देश बचाओ’ दो दिवसीय समारोह 13 एवं 14 सितंबर को संस्थान के प्रेक्षागार में आयोजित किया जाएगा। संस्था के प्रधानमंत्री श्यामप्रकाश देवपुरा ने बताया कि उपनिषद में विभिन्न साहित्यिक चर्चा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नगर भ्रमण, पुस्तक प्रदर्शनी के साथ-साथ 14 राज्यों के 67 साहित्य मनीषियों को मानद उपाधियों और अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि समरोह में राजस्थान सहित उत्तरप्रदेश, हरियाणा, ओडिशा, दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पोर्टब्लेयर – अंडमान, जम्मू कश्मीर, असम, पश्चिम बंगाल और गुजरात राज्यों साहित्यकार सम्मानित होंगे।
प्रथम दिन उपनिषद् चर्चा और आचार्य प्रो. वृषभानु नंदिनी के ओडिशी नृत्य के साथ प्रो. गिरीश्वर मिश्र गाजियाबाद-उत्तरप्रदेश को ग्यारह हजार रुपये की राशि एवं साहित्य वाग्विभूति से पुरस्कृत श्री भगवतीप्रसाद देवपुरा स्मृति सम्मान प्रदान किया जाएगा।
पांच हजार रुपए की राशि एवं हिन्दी शलाका सम्मान से डॉ. राजेन्द्रकुमार मिश्र ओडिशा-उड़ीसा, डॉ. कृष्णलाल विश्नोई, बीकानेर-राजस्थान, आचार्य ओम नीरव, लखनऊ-उत्तरप्रदेश और डॉ. राहुल दिल्ली को पुरस्कृत किया जाएगा।
तीन हजार एक सौ रुपये की राशि से पुरस्कृत और कत्थक नृत्य शिरोमणि सम्मान से आचार्य प्रो. वृषभानु नंदिनी, वृंदावन-उत्तरप्रदेश को सम्मानित किया जाएगा। हिंदी साहित्य – हिन्दी काव्य शिरोमणि की मानद उपाधि से . डॉ. नवलकिशोर भाभड़ा, अजमेर,, राजेशकुमार भटनागर, जयपुर डॉ. पुष्पासिंह बिसेन, नई दिल्ली, राजेंद्र कुमार भटनागर, जयपुर, डॉ. श्याममनोहर सिरोठिया, सागर, शैलेष पण्ड्या ‘भीनाश’ कलौल, गुजरात और डॉ.अखिलेश निगम ‘अखिल’, लखनऊ को सम्मानित किया जाएगा।
हिंदी भाषा शिरोमणि सम्मान से. डॉ. उर्मिला राजपुरोहित, बैंगलुरू ,डॉ. विजयकुमार सूर्यवंशी, बैंगलुरू, डॉ. एस. कल्याणी, चैन्नई, श्रीमती एस. रजनी, चैन्नई, .डॉ.व्यास मणि त्रिपाठी, पोर्टब्लेयर-अंडमान, डॉ. सुषमा रानी, जम्मू-कश्मीर, श्रीमती अनुरुपा देवी, कामरूप-असम, श्रीमती मनोमाला हाजरिका, जोरहाट-असम, डॉ. रेशमी पाण्डा मुखर्जी, कोलकाता, पं. बंगाल , डॉ.एस.प्रीति, चैन्नई एवं डॉ. अवधेश कुमार वर्धा, महाराष्ट्र को सम्मानित किया जाएगा।
हिन्दी भाषा विभूषण मानद उपाधि से लक्ष्मीलाल वैरागी, उदयपुर, नवनीत पाण्डे, बीकानेर, डॉ.शशि रानी, सहारनपुर, पत्रकार-सम्पादक रत्न मानद उपाधि से पवन गुप्ता ‘तूफान’, झाँसी, ,राजनारायण शर्मा, चित्तौड़गढ़ विजय कुमार गोयल, आगरा और चिकित्सा-संगीत-शिक्षा सेवा रत्न मानद उपाधि से वैद्य हंसराज चौधरी, रायला एवं श्रीमती नीता निगम, लखनऊ को सम्मानित किया जाएगा।
संस्था सदस्य अनिरुद्ध देवपुरा ने बताया कि समारोह के दूसरे दिन पत्रकार प्रवीण उपाधि से उमांशकर मिश्र गाजियाबाद, सुश्री किंजल तिवारी, उदयपुर, रक्तदान वीर मानद उपाधि से वैशाली हितेश पांडिया, अहमदाबाद, हिन्दी भाषा-काव्य विभूषण की मानद उपाधि से विनय दास, बाराबंकी, प्रजनंदन प्रसाद वियोगी, हुगली, डॉ. सोमेन्द्र कुमार पाण्डा, कोलकाता,डॉ. पूरनमल शर्मा ‘पूर्ण निर्द्धन्द्ध’, भुसावर, डॉ. कृष्णदेव अग्रवाल ‘अरविन्द’, दिल्ली, डॉ. महेन्द्र खवरे, सागर, कृष्णपाल सिंह भदौरिया, अहमदाबाद, सुश्री शिवांगी सिंह, कोटा, श्रीमती उपमा आर्य ‘सहर’, लखनऊ, डॉ. शिवकुमार ओझा, बैंगलुरू, महावीर सिंह, जोधपुर, डॉ.अंकुर देसाई, बडौदा,पं.हरिशंकर दुबे, भोपाल,डॉ.शिव कुमार दीवान, भोपाल एवं शिव कुमार चन्दन, रामपुर को सम्मानित किया जाएगा।
साहित्य-मण्डल द्वारा आयोजित राष्ट्रीय हिन्दी कहानी प्रतियोगिता-2025 में प्रथम रही श्रीमती नमिता सिंह ‘आराधना’, अहमदाबाद, द्वितीय डॉ. अंजु सक्सेना, जयपुर और तृतीय श्रीमती शोभारानी गोयल, जयपुर को सम्मानित किया जाएगा।
हिन्दी साहित्य विभूषण की मानद उपाधि से एम. एल. चतुर्वेदी, इंदौर, अतुल कुमार शर्मा, संभल, हिंदी काव्य भूषण की उपाधि से संतोष कुमार पटेरिया, महोबा , राम मोहन कौशिक, कोटा, शरद कुमार गुप्त, आगरा, डॉ.इन्दु गुप्ता, फरीदाबाद, रशीद अहमद शेख ‘रशीद, इंदौर, , दीनबंधु आर्य ‘सरल’, लखनऊ- श्रीमती अर्चना भटनागर, जयपुर, हिंदी साहित्य भूषण से डॉ.एन.एस. चौहान, इंदौर को सम्मानित किया जाएगा।
संस्था के प्रदुम्न देवपुरा ने बताया कि हिंदी उपनिषद् में पूर्वोत्तर राज्यों में हिन्दी के बढ़ते कदम पर श्रीमती मनोमाला हाज़रिका, असम, अण्डमान निकोबार में हिन्दी का समृद्धशाली इतिहास पर डॉ. व्यासमणि त्रिपाठी, पोर्ट ब्लेयर-अंडमान, हिन्दीः लोक मंगल से लोक जागरण तक पर डॉ. अवधेश कुमार, महाराष्ट्र,तमिलनाडु में त्रिभाषा नीति की व्यापकता पर डॉ. एस. प्रीति, तमिलनाडु में हिन्दी की स्थिति पर डॉ. एस. कल्याणी,त्रिभाषा गलियारे में दम तोड़ती हिन्दी पर डॉ. विजय कुमार सूर्यवंशी, बेंगलुरु, पश्चिम बंगाल में हिन्दी की यात्रा पर डॉ. रेशमी पाण्डा मुखर्जी, कोलकाता, राजनीतिक दुर्भावना का निशाना बनी हिन्दी पर डॉ. बनवारी लाल पारीक ‘नवल’, फतेहनगर, हिन्दी राष्ट्रभाषा कबः आआंदोलन ही एक मात्र विकल्प पर हरिलाल मिलन, कानपुर, तमिलनाडु में सृजनात्मक हिन्दी साहित्य की स्थिति पर श्रीमती एस. रजनी, चैन्नई, कर्नाटक में हिन्दीः विषमताएँ और समाधान पर डॉ. उर्मिला राजपुरोहित, बेंगलुरु और हिन्दी भाषा चेतना और चुनौतियों पर डॉ.अंजीव अंजुम, राया, मथुरा अपने विचार व्यक्त करेंगे।