उदयपुर। पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स) उमरडा में 16-17 मार्च को कैडवेरिक ऑर्थोप्लास्टी कॉन्क्लेव 2024 का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। पिम्स के चैयरमेन आशीष अग्रवाल ने बताया है कि कार्यशाला में देश के विभिन्न राज्यों के 92 चिकित्सकों ने भाग लिया।
ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. बी. एल. कुमार ने बताया है कि कार्यशाला में 16 मार्च को विशेषज्ञ चिकित्सकों ने व्याख्यान दिया और घुटने के तिरछेपन को विभिन्न तकनीकों के साथ आर्टिफिशल इंटीलिजेंश (एआई) और रोबोटिक सर्जरी के बारे में बताया। रविवार को विशेषज्ञ चिकित्सकों ने कैडवेरिक पर प्रदर्शन द्वारा घुटने बदलने की तकनीक सीखायी जिससे कार्यशाला में आए चिकित्सकों ने यह सेल्फ तकनीक सीखी। डॉ. कुमार ने बताया कि इस प्रकार का कैडवेरिक ऑर्थोप्लास्टी का आयोजन भारत में बहुत कम जगह पर होता है। कार्यशाला में आए वक्ता और प्रतिनिधियों ने कैडवेरिक की क्वालिटी अच्छी बताते हुए प्रशंसा की।