उदयपुर। नाइयों की तलाई स्थित जाग्रत हनुमान मित्र मण्डल द्वारा हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जागृत हनुमानजी की प्रतिमा का स्वर्ण एवं रजत वर्क तथा अन्य आभूषणों से भव्य श्रृंगार किया गया। श्रृंगार में हनुमानजी की भुजाओं पर प्रभु श्रीराम एवं श्री लक्ष्मण विराजमान होते हुए दिखे। प्रात: हवन के साथ ध्वजा परिवर्तन का कार्यक्रम हुआ।
इस अवसर पर हनुमानजी को भव्य छप्पन भोग धराया गया जिसमें ढोर, मठड़ी, सकरपारा, खाजा, दिवला, बूंदी, मोनथाल, अमृत सिरोमणी, बेसन मगद, चौखा मगद, उड़द मगद, मोगर मूंग, पीलो मगद, मन मनोहर, माखन वड़ा, मनोर, पपची, मेसूर चणा, फैणी, कपूर नारी, मुख विलास, मदन दिपक, चन्द्रबटा, सूरजबटा, घेवर, बाबर, खरमंडा, कुर के गुझां, मावा के गुंझा, मेवाटी, सेव लड्डू, जलेबी, तवापूड़ी, कुचाई, चपड़ी, खरखरी, सुवाली, सेव, बादाम मेसूर, पिस्ता मेसूर, काजू मेसूर, खोवा, पेड़ा, दूध पूडी, केसर बर्फी, खोपरापाक, पिस्ता बर्फी, बादाम बर्फी, बासून्दी, सिखरन, श्यामजामुन 56 प्रकार के विभिन्न व्यंजन थे। हनुमानजी की प्रतिमा को विशेष आंगी धारण कराई गई और महाआरती की गई। मंदिर में दिनभर भक्तों की भारी भीड़ रही।