देश के विभिन्न राज्यों से आये युवाओं से हुआ संवाद कार्यक्रम
उदयपुर। आज मानवता एवं समाज के लिए उच्चतम मानकों एवं स्तर पर निस्वार्थ सेवा और स्वयंसेवा लिए युवाओं को तैयार तथा प्रोत्साहित करना, समावेशी विकास की दिशा में युवाओं को सशक्त करना जिससे कि वे अग्रणी भूमिका निभा सकें और सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और सुशासन हेतु अपेक्षित परिवर्तन के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य कर सकें। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि युवा सामने नए दृष्टिकोण लाते हैं। वे अक्सर सामाजिक मानदंडों पर सवाल उठाते हैं और सामाजिक न्याय, पर्यावरण संरक्षण और मानवाधिकार जैसे क्षेत्रों में बदलाव पर जोर देते हैं। उनका आदर्शवाद और स्थापित प्रणालियों को चुनौती देने की इच्छा गंभीर मुद्दों के समाधान के लिए महत्वपूर्ण है।
ये विचार देश के विभिन्न राज्यों से आये युवाओं से हुए संवाद कार्यक्रम में उभर कर सामने आये। यह संवाद महान सेवा संस्थान कार्यालय में आयोजित किया गया। युवा पहले अलसीगढ़ गए जहां उन्होंने संस्थान द्वारा संचालित वाटर इकोनामिक जोन में विभिन्न जल संरक्षण के कार्यों का अवलोकन किया साथ ही क्षेत्र में आजीविका संवर्धन एवं कृषि विकास के कार्यों के बारे में भी जाना। महान सेवा संस्थान के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए संस्थान द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी।
अलर्ट संस्थान के अध्यक्ष जितेंद्र मेहता ने कहा कि आज हमें जल बचत करने के साथ-साथ जल स्तर को बढ़ाना भी होगा। जल प्रबंधन भविष्य की जल आवश्यकताओं से समझौता किए बिना वर्तमान जल आवश्यकताओं को पूरा करने की प्रक्रिया है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आज सभी को स्वच्छ पानी मिले।
स्टूडेंट फॉर डेवलपमेंट के बैनर तले आए युवाओं को बाल सुरक्षा नेटवर्क के राज्य संयोजक बी.के. गुप्ता ने सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने के लिए जुनून के साथ आगे आने की बात कही। उन्होंने सामाजिक क्षेत्र के रचनात्मक, विकासात्मक एवं अधिकार आधारित कार्यों को करने की प्रक्रिया को समझाते हुए पर्यावरण विनाश से विशेष रूप से बालकों के जीवन में होने वाले वाली चुनौतियों को बताते हुए नेटवर्क द्वारा अपनी सहभागी संस्थाओं के साथ मिलकर किए जा रहे कार्यों को साझा किया। ये युवा स्टूडेंट्स फॉर डेवलपमेंट एफ.एस.डी के तत्वाधान में पर्यावरण व विकास विषय पर अध्ययन करने हेतु उदयपुर आए हुए हैं। संवाद में एफ.एस.डी के राष्ट्रीय संयोजक मयूर झावेरी के नेतृत्व में दिल्ली, हिमाचलप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान के शोधकर्ता एवं छात्र हैं।