उदयपुर : महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल, सिटी पैलेस, उदयपुर का भव्य वार्षिकोत्सव महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के संरक्षण में ऐतिहासिक माणक चौक में उत्साह, उल्लास और सांस्कृतिक समृद्धि के साथ आयोजित हुआ। यह उत्सव न केवल प्रतिभा प्रदर्शन का मंच बना वरन शैक्षिक परंपरा का भी सशक्त प्रतिफल प्रतिबिंबित हुआ।
समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त सुश्री प्रज्ञा केवलरमानी और श्रीमती निवृत्ति कुमारी मेवाड़ द्वारा दीप प्रज्वलन कर महाराणा भगवतसिंह मेवाड़ और महाराणा अरविंदसिंह मेवाड़ के छायाचित्रों पर माल्यार्पण कर किया गया।
इस अवसर पर प्राणेश्वरी कुमारी मेवाड़ एवं हरितराजसिंह मेवाड़ की भी उपस्थिति रही। विद्यालय के मानद निदेशक सतीश कुमार शर्मा ने सभी का अभिनंदन किया तथा गणमान्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट किए।
उत्सव की शुरुआत सजीव भाव-भंगिमाओं और कोमल नृत्य -गतियों से सुसज्जित गणेश वंदना की पावन प्रस्तुति से हुई जिसने वातावरण में आध्यात्मिक भाव का संचार कर दिया। विद्यालय के छात्र प्रमुख औदद अहमद ने स्वागत भाषण से अतिथियों, अभिभावकों और विद्यार्थियों का अभिनंदन किया।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत की गई रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ रहीं, जहाँ विद्यालय की प्रतिभाओं ने अपनी रचनात्मकता का अद्भुत परिचय दिया। ऑर्केस्ट्रा द्वारा सुर, लय और ताल से सजी ‘राग भोपाली’ की शास्त्रीय प्रस्तुति ने भारतीय संगीत की प्राचीन परंपरा को नए आयाम दिए। मध्य में फिलर प्रस्तुति में सौम्या सांखला की ‘हेरी सखी मंगल गावो री’ गीत प्रस्तुति और सिद्धार्थ धांधड़ा के तबला वादन ने कार्यक्रम में मधुरता व उल्लास की निरंतरता बनाए रखी।
अंग्रेजी नाटक ‘द रिफंड’ ने उत्कृष्ट अभिनय, संवाद प्रस्तुतीकरण व हास्यप्रद परिस्थितियों से दर्शकों को बाँधे रखा।
कक्षा 1 से 5 तक के नन्हें विद्यार्थियों ने उत्साहित कदमों और रंग-बिरंगे परिधानों में माइकल जैक्सन की धुनों पर वेस्टर्न डांस प्रस्तुत किया। नन्हें सितारों ने जुनून, रचनात्मकता और असीम ऊर्जा से मंच को सम्मोहित कर दिया। इसके उपरांत छात्र प्रमुख औदद अहमद और छात्रा प्रमुख आयुषी कावड़िया ने विद्यालय की उल्लेखनीय वार्षिक उपलब्धियों पर पीपीटी द्वारा संस्था का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें वर्षभर की शैक्षणिक, सह-शैक्षणिक एवं उपलब्धियों का समग्र चित्र प्रस्तुत किया गया।
अगले चरण में कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों द्वारा सूफी नृत्य की भावनात्मक प्रस्तुति ने कार्यक्रम को आध्यात्मिक ऊँचाई प्रदान की। समकालीन सामाजिक मीडिया पर केंद्रित नाटक ‘सेल्फी’ के माध्यम से आधुनिक जीवन शैली में सोशल मीडिया की बढ़ती प्रभावशीलता और उसके परिणामों को हास्य- व्यंग्य के माध्यम से दर्शाते हुए बच्चों ने अभिनय का अद्भुत प्रदर्शन किया। इसी क्रम में ऑर्केस्ट्रा और अंग्रेजी समूह-गीत प्रस्तुति ने वातावरण को मधुरता से भर दिया। वरिष्ठ विद्यार्थियों द्वारा घूमर नृत्य की प्रस्तुति ने राजस्थानी संस्कृति की गरिमा को उजागर किया।
श्रीमती निवृत्ति कुमारी मेवाड़, विद्यालय के सीईओ डॉ. मयंक गुप्ता, मानद निदेशक एस.के. शर्मा और मुख्य अतिथि सुश्री प्रज्ञा केवलरमानी ने सत्र 2024-25 में शैक्षणिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 27 विद्यार्थियों को पुरस्कार एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। विद्यालय की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए अपने प्रेरक संबोधन में विद्यार्थियों को समर्पण, अनुशासन और सतत परिश्रम की प्रेरणा दी। उन्होंने विद्यालय परिवार को सफल आयोजन हेतु शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ऐसे सांस्कृतिक आयोजन विद्यार्थियों के छिपे हुए प्रतिभा-गुणों को निखारने का सशक्त माध्यम हैं।
डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने ट्रस्ट के शैक्षिक संकल्प पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रबंधन, शिक्षकवृंद एवं कर्मचारियों के समर्पण एवं अथक प्रयासों से यह संस्थान निरंतर ऊँचाइयों को छू रहा है। साथ ही अभिभावकों का सहयोग और विश्वास भी हमारी सबसे बड़ी पूँजी है।
मानद निदेशक सतीश कुमार शर्मा ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न भेंटकर आभार व्यक्त किया। साथ ही विद्यालय परिवार, अभिभावकों तथा विद्यार्थियों के प्रति भी धन्यवाद देते हुए भविष्य में भी विद्यालय प्रगति की दिशा को और सुदृढ़ बनाने की बात कही।
वंदे मातरम के सामूहिक गान द्वारा वार्षिकोत्सव का समापन हुआ। कार्यक्रम का संचालन छात्रा परिधि सेठी, अधीरा मेहता, दिदिता गुर्जरगौड़ और गौरिका त्रिवेदी ने किया। पूरे कार्यक्रम में विद्यार्थियों का आत्मविश्वास, शिक्षक मार्गदर्शन और विद्यालय की सांस्कृतिक विरासत एक दूसरे में रंगे दिखाई दिए। भव्य मंच सज्जा, संतुलित संचालन और अनुशासित प्रस्तुति ने इस वार्षिकोत्सव को स्मरणीय बना दिया।
