-जैनाचार्य ऋषभचंद्र सुरीश्वर के जनसेवार्थ कार्यों का श्रद्धा स्मरण-
उदयपुर (Udaipur)। महावीर युवा मंच (Mahavir Yuva Manch) की वर्चुअल बैठक मुख्य संरक्षक प्रमोद सामर (Pramod Samar) की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस वर्चुअल बैठक में उपस्थित सदस्यों ने मुख्य रूप से गत दिनों अनोप मंडल द्वारा जैन समाज एवं जैन संत-सतियों के खिलाफ किये जा रहे दुष्प्रचार के प्रति रोष प्रकट किया और भत्र्सना करते हुए एक मत से आह्वान किया कि जैन समाज को संगठित होकर इस तरह की प्रवृत्तियों के खिलाफ डटकर मुकाबला करना चाहिए।
सदस्यों ने प्रसन्नता जाहिर की कि समाज के विविध संगठनों ने इस अभियान के खिलाफ बड़ी सजगता से कठोर कदम उठाये हैं और देशव्यापी अभियान को और अधिक कठोर सक्रियता से ताकतवर बनाने के लिए हर समय कटिबद्ध रहने का दृढ़ निश्चय किया।
नीरज सिंघवी के संयोजन में आयोजित इस वेबीनार के प्रारंभ में मंच अध्यक्ष स्नेहदीप भाणावत (Snehdeep Bhanawat) ने कहा कि कोरोना काल में मंच द्वारा कोरोना पीडि़तों की सेवार्थ किये गए रक्तदान, अन्नपूर्णा व्यवस्था, प्रधानमंत्री सहायता कोष के लिए फंड संग्रह, ऑक्सीजन कन्सटेटर्स जैसे कल्याण कार्यों से अन्य समाजों को भी प्रेरित किया।
बैठक में उपस्थित सदस्यों में सर्वश्री आलोक पगारिया, निर्मल पोखरना, कुलदीप नाहर, डॉ. तुक्तक भानावत, राजेश चित्तौड़ा, हर्षमित्र सरूपरिया, संजय नागोरी, मुकेश हिंगड़, नरेन्द्र जैन, ओम पोरवाल, रमेश सिंघवी, सतीश पोरवाल, भगवती सुराणा, मंच महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष रश्मि पगारिया, मंजुला सिंघवी, रानू भानावत, राखी सरूपरिया, मधु सामर, रंजना भानावत, रीतू सिंघवी, लीला पोरवाल, मधु सुरणा, प्रेरणा जैन ने मोहन खेड़ा तीर्थ के आचार्य ऋषभचंद्र सुरीश्वरजी का स्मरण करते हुए उनके द्वारा जनसेवा संबंधी कराये गये कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। मुख्य रूप से कोरोना काल में उनकी प्रेरणा और मार्गदर्शन में 300 बेड कोविड केयर सेंटर प्रारंभ करने की जैन समाज द्वारा एक बड़ी अनुकरणीय उपलब्धि बताया और हाल ही में उनके निधन को आमजन की बड़ी क्षति बताते हुए उनके प्रति श्रद्धांजलि भाव व्यक्त किये गये। इसी क्रम में गत दिनों मंच के सक्रिय सदस्य नेमी जैन और भंवरलाल पोरवाल के असामयिक निधन को मंच की मूल्यवान क्षति बताते उन्हें मौन श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की गई।