जीवन विज्ञान शिविर सम्पन्न

उदयपुर। युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण के आज्ञानुवर्ति शासनश्री मुनि सुरेशकुमार के सहवर्ती मुनि संबोधकुमार ‘मेधांश’ के निर्देशन में तेरापंथ भवन नाइयों की तलाई में जैन विश्व भारती लाडनू यूनिवर्सिटी उदयपुर केंद्र के 15 दिवसीय जीवन विज्ञान शिविर का समापन सांस्कृतिक संध्या के साथ हुआ। मुनि संबोधकुमार ने कहा कि परीक्षाएँ खत्म हुई अब जिंदगी की परीक्षा शुरू होगी। जैन विश्व भारती ने हमें हमारी पहचान दी, इसे वापस लौटाने का वक्त है। हमारी शपथ हो कि जिंदगी में हम एक योग गुरु का निर्माण करेंगे। मुनिश्री ने कहा सिर्फ साँसों का आना जाना जिंदगी नही है उसे एक उद्देश्य दें। उद्देश्य के बिना जिंदगी बेमानी है ।
तेरापंथ सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य वन संरक्षक आर. के. जैन ने कहा जीवन जीव और वन शब्द से मिलकर बना है। इस दुनिया में जीव और जीवन जरूरी है। इस शिविर में जीवन जीने की कला का जो प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है उसे अपने जीवन में जीवंत करें। विशिष्ट अतिथि डीसीएम अजय पांडेय ने कहा कि हम डाक्टर्स शरीर की चिकित्सा करते हैं। यह जन्म इस एक बात से तय होता है की हम तन मन और भावों से स्वस्थ हैं।
कार्यक्रम में सीओइ डॉक्टर सुनील इंटोदिया भी उपस्थित थे
कार्यक्रम में बंसरी रौनक दवे ने मंत्रोच्चाचरण, दीप्ति शाह, सेजल मोदी, भूमि पटेल ने प्रार्थना, निकिता पण्ड्या ने गणेश स्तुति पर आसन की प्रस्तुति दी। भारत श्रीमाली ने एडवांस योग के रोमांच भरे प्रयोग करवाए। रशिक भाई ने पिरामिड, मेघना जल्पा ने योग क्रिया पेश की। दीप्ति शाह ने योग इन ऐक्शन बंसरी, दीप्ति ने ग्रूप योग, जिग्नेश भाई ने मंत्र थेरपी, डॉ. सूचिता ने शिविर के रोचक संस्मरण सुनाए। स्वागत तेरापंथ सभा के पूर्व अध्यक्ष शांतिलाल सिंघवी ने किया। आभार प्रेक्षा प्रशिक्षक चंद्रप्रकाश पोरवाल ने ज्ञापित किया। मंच संचालन केंद्रिय सयोंजिका श्रीमती प्रणीता ने किया।

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