खेलों से जागृत होता है अनुशासन एवं देश प्रेम का भाव – मुख्यमंत्री

उदयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि जीवन में धैर्य और अनुशासन से ही व्यक्ति सफल हो पाता है और खेलों में भी धैर्य व अनुशासन ही जीत की कुंजी हैं। खेलों से अनुशासन, परिश्रम, सामाजिकता एवं देशप्रेम का भाव पैदा होता है। राज्य सरकार प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए समर्पित ढंग से प्रयास कर रही है। प्रदेश में प्रत्येक स्तर पर खेलों के प्रोत्साहन हेतु समुचित वातावरण तैयार करने के लिए खेल-इन्फ्रास्ट्रक्चर, विज्ञान, विश्लेषण, परामर्श और पोषण का समावेश करते हुए खेल नीति लाई जा रही है। साथ ही, खिलाड़ियों को विभिन्न स्तर पर प्रशिक्षण और प्रोत्साहन देकर उनका मनोबल बढ़ाया जा रहा है।
श्री शर्मा मंगलवार को उदयपुर के खेड़ा कानपुर स्थित खेल मैदान में डांगी सेवा संस्थान-खेल संघ उदयपुर की ओर से आयोजित 37वीं डांगी-पटेल समाज खेलकूद प्रतियोगिता के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डांगी पटेल समाज 1989 से शुरू इस खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन को लगातार जारी रखते हुए खेल प्रतिभाओं को मंच उपलब्ध कराने के लिए बधाई का पात्र है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेल और खिलाड़ी को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठा रही है। प्रदेश को खेलों के क्षेत्र में उन्नति के शिखर पर ले जाने के लिए ’मिशन ओलंपिक्स’ प्रारंभ किया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश के 50 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को ओलंपिक खेलों के लिए विश्वस्तरीय ट्रेनिंग, किट, कोचिंग और अन्य सभी सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं। साथ ही, केंद्र सरकार की ’टारगेट ओलंपिक पोडियम (टॉप)’ योजना के अनुरूप भी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। हाल ही में आयोजित युवा महोत्सव में ब्लॉक, जिला, संभाग और राज्य स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर युवाओं को प्रोत्साहित किया गया है। एक जिला एक खेल योजना के तहत, प्रत्येक जिले में प्रचलित खेलों की अकादमी स्थापित की जा रही है। जयपुर में 15 करोड़ रुपये की राशि से खिलाड़ियों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था लागू की जा रही है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर ओपन जिम और खेल मैदान बनाने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। खेल क्षेत्र के लिए पिछले बजट में आवंटित राशि को चरणबद्ध रूप से दोगुना किया जाएगा।
श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान का खेलकूद के क्षेत्र में स्वर्णिम उपलब्धियों तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन का गौरवपूर्ण इतिहास है। बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, निशानेबाज़ी, घुड़सवारी, तीरन्दाजी, एथलेटिक्स. नौकायन, कबड्डी आदि खेलों में राज्य के खिलाड़ियों ने कई बार राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त किए है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि इस बार पेरिस पैरालिंपिक में हमारे प्रदेश के आठ खिलाड़ियों ने भाग लिया और स्वर्ण, कांस्य सहित कुल 3 पदक जीतकर पूरे राज्य का सिर गर्व से ऊंचा किया। उन्होंने कहा कि पैरालिंपिक में मेडल जीतने वाले तीन खिलाड़ियों को 5 करोड़ के चेक प्रदान कर हमने उनका सम्मान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2026 में खेलो इंडिया राष्ट्रीय युवा खेलों की मेजबानी राजस्थान को देने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तर्ज पर प्रदेश में उपखंड, जिला और राज्य स्तर पर खेलो राजस्थान यूथ गेम्स का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पारंपरिक और स्वदेशी खेलों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को खेलों में आगे ले जाने और उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए राज्य में राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र एवं खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए भी केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है। जयपुर में राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र खोलने से स्थानीय एथलीटों को प्रोत्साहन मिलेगा, साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करने में भी मदद मिलेगी।
श्री शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार ने एक साल के अंदर लगभग 60 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र सौंपे हैं, 15 हजार नियुक्तियां प्रक्रियाधीन हैं तथा लगभग 81 हजार पदों पर भर्तियों का कैलेण्डर जारी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकाल में एक भी पेपर लीक नहीं हुआ। पेपर लीक माफिया को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है, इसलिए युवा चिन्ता नहीं करें, सिर्फ मेहनत से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करें, उनकी मेहनत जरूर सफल होगी।
इस अवसर पर विधायक ताराचंद जैन, फूलसिंह मीणा, श्रीचंद कृपलानी, उदयलाल डांगी, श्रीमती शांतादेवी्र सहित जनप्रतिनिधिगण, संत, वरिष्ठ अधिकारीगण, खेल संघ सचिव रमेश डांगी, उपाध्यक्ष केशुलाल डांगी, जिला परिषद सदस्य दुदाराम डांगी, शंकर लाल डांगी, गेहरी लाल डांगी, उप सरपंच गणेश लाल डांगी दिनेश दांगी अनिल डांगी सहित समाज के पंच पटेल भामाशाह और खेल संघ के पदाधिकारी भी मौजूद रहे ।

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