उदयपुर। पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिक़ल सांईसेज (पिम्स) हॉस्पिटल, उमरड़ा में चिकित्सकों ने समय से पहले जन्मा बच्चा जो अनेक विपदा से ग्रस्त था, का सफल उपचार किया है।
पिम्स के चैयरमेन आशीष अग्रवाल ने बताया कि डॉ. अंकितकुमार पंचाल के नेतृत्व मे 7वें महिने में पैदा हुए नवजात शिशु को दो महीने एनआईसीयू में रखने के बाद सफलतापूर्वक घर भेजा है। समय पूर्व पैदा हुए नवजात शिशुओं को मान्य वजन तक पहुँचाना एक जटिल और लम्बा श्रम रहता है। इनमें इन्फेक्शन और दूध का पचना मुख्य बाधाएं डालते हंै। साथ ही फैफड़े का परिपक्वना होना भी एक बड़ी समस्या होती है। इसे बीपीडी (ब्रोंकोपुलमोनरी डिसप्लेसिया) कहते हैं। श्री अग्रवाल ने बताया कि जन्म के समय बच्चे का वजन बहुत कम था। सांस लेेने मे तकलीफ हो रही था फिर उसे कृत्रिम सांस की मशीन पर रखा गया। बच्चे में दूध पचाने में समस्या, आंतों का संक्रमण, पीलिया, ऑक्सीजन डिपेन्डेन्सी आदि समस्या जो समय पूर्व होने वाले बच्चों में होती है, देखी गई जिसका सफलतापूर्वक इलाज किया गया। पूर्ण स्वस्थ होने पर 61वें दिन बच्चे को डिस्चार्ज किया गया। बच्चे का उपचार चिरंजीवी योजना के तहत नि:शुल्क किया गया है। इस कार्य में पिड्रियाट्रीक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विवेक पाराशर, डॉ. राहुल खत्री, डॉ. प्रागी डिंगरा पिडियाट्रीक विभाग के रेजीडेंसी डॉ. उज्ज्वल, डॉ. अमिता, डॉ. वैशाली, डॉ. तनय, डॉ. शुभाजीत के साथ एनआईसीयू इंचार्ज अशोक, कुलदीप, राशी, वर्षा, अस्वथी, दीपक, लोकेश, शिव, रेखा, रीना, भंवर, मेहनाज, अमित की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।