फरहान अख्तर की रॉक आन प्रस्तुति का छाया दिलों और दिमाग पर जादू
उदयपुर। लेखक, निर्देशक, अभिनेता, निर्माता और गायक फरहान अख्तर और उनके लाइव बैंड के संगीत का जादू वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल के अंतिम दिन दर्शकों के दिल और दिमाग पर छा गया। इस फेस्टिवल की संकल्पना और प्रोडक्षन सहर एवं सहयोग राजस्थान पर्यटन विकास निगम ने किया है।
फरहान ने अपने डायलोग के साथ अपनी प्रस्तुती की शुरूआत की। रॉक आन फिल्म के सिंनबाद सेलर, तरकीबें दिल जैसे धडक़े धडक़ने शोला जैसे भडक़े भडक़ने दो गीतों की रॉक ऑन प्रस्तुती ने गांधी मैदान में मौजूद संगीत प्रेमियों का दिल धडक़ा दिया। फरहान ने मै ऐसा क्यू हू मैं ऐसा क्यूं हूं गाउंगा जिंदगी भर, सोचा है तो सोचो अभी को अपने बैंड के साथ धमाकेदार अंदाज में पेश किया तो दर्शक झूमतें गाते हाथ हिला कर उनका साथ देते नजर आए। फरहान ने आहिस्ता आहिस्ता अब होगा तन्हा जैसे अपने प्रसिद्ध गीतों से सभी को लुभा दिया।
इस कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए सहर के संस्थापक निदेशक संजीव भार्गव ने कहा, सहर में हमारी टीम ने इस उत्सव को आयोजित करने के लिए कई हफ्तों तक लगातार काम किया है, और हमें जो गर्मजोशी से स्वागत मिला वह हमारें लिये गौरव है। हमारे सपने को साकार करने में हमारी मदद करने के लिए हम प्रत्येक कलाकार और उदयपुर के लोगों के आभारी हैं। हमने अभी से अगले संस्करण के लिए योजना बनाना शुरू कर दिया है और उम्मीद है कि हम जल्द ही वापस आएंगे।
हिन्दुस्तान जिंक़ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा ने कहा कि इस वर्ष वेदांता उदयपुर संगीत समारोह ने झीलों की नगरी को म्यूजिक सीटी बनाने में कामयाबी हांसिल की है। समारोह से जुड़े संगीतप्रेमियों का जोश बहुत उत्साहजनक था और हर कलाकार ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। सारंगी प्रदर्शन को जो स्वागत मिला वह सराहनीय था, और हम भविष्य के सहयोग से स्थानीय कलाकारों को प्रेरणा देना जारी रखने की उम्मीद करते हैं।
राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग की प्रिंसिपल सेक्रेटरी गायत्री राठौड़ ने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन न सिर्फ राजस्थान बल्कि देश और विदेश के अधिक से अधिक पर्यटकों और संगीतप्रेमियों को आकर्षित करने के साथ ही अर्थव्यवस्था में सहयोग के लिए भी महत्त्वपूर्ण साबित होंगे। इस प्रकार के आयोजन से जुडक़र पर्यटन विभाग निश्चित रूप से गौरवान्वित है।
समारोह में वेदांता टैलेंट हंट जिसका उद्देश्य उदयपुर और आस पास के जिलों के स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच देना था उसके विजेता कलाकारों को अरूण मिश्रा एवं संजीव भार्गव ने प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत में सारंगी की धूनों से राजस्थानी कलाकारों ने श्रोताओं को रसविभोर कर दिया। पुणे के वेदांग ने हिप-हॉप और रैप संगीत की प्रस्तुति को लोगों ने खूब पसंद किया और तालियों के साथ उनके हर बोल का साथ दिया। पुर्तगाल के इलेक्ट्रिक पक्र्यूशन ऑर्केस्ट्रा पर ईपीओ ताल के उपयोग के माध्यम से अफ्रीका और इसके डायस्पोरा ब्राजीलियाई, क्यूबा, वेनेजुएला, वेस्ट इंडियन संगीत के सुरों के साथ अपनी ताल मिला चुके बैंड की चैकड़ी ने वाद्य यंत्रों पर आधारित रचनाएँ प्रस्तुत की। गिटार वादक विश्वनाथ ने गिटार बजाने की उनकी अनूठी शैली और अपने गीतों को विलो गिटार पर पेश किया तो माहौल रूहानी हो गया। इसके बाद अल्बलुना बैंड जो कि प्राचीन संस्कृतियों से प्रेरित संगीत, कविता और नृत्य को प्रस्तुत करती है ने दर्शको को झूमने और साथ देने के लिये प्रेरित कर दिया।