उदयपुर : महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन की ओर से सिटी पैलेस के ऐतिहासिक जनाना महल में विश्व प्रतिमा दिवस पर कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें सिटी पेलेस संग्रहालय में रखी मूर्तियों के बारे में स्कूल एवं विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को प्राचीन पाषाण निर्मित मूर्तियों की विभिन्न जानकारियों से अवगत करवाया गया।
मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विजुअल आर्ट में अध्ययनरत विद्यार्थियों और पेसिफिक कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों को सिटी पैलेस की स्कल्पचर गैलेरी का भ्रमण करवाया गया और इस दौरान सिटी पैलेस के क्यूरेटर डॉ. हंसमुख सेठ ने पाषाण मूर्तियों के बारे में सविस्तार से जानकारियां दी। वहीं कार्यशाला में जयपुर की मूर्तिकार दीपिका रावजानी द्वारा महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल के बच्चों को मूर्तिकला की जानकारी के साथ उन्हें क्ले द्वारा मूर्ति निर्माण की कला सिखलाई।
महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिमा दिवस अप्रैल के अन्तिम शनिवार को मनाया जाता है। यह दिवस मूर्तिकला के प्रति जागरूकता बढ़ाने और कलाकारों को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर हमें प्रदान करता है। जो मूर्तिकला के महत्व और उनकी विविधता को प्रदर्शित करते हुए हमारी धरोहरों के प्रति सम्मान को दर्शाता है।
सिटी पैलेस में हुई विश्व प्रतिमा दिवस कार्यशाला में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विजुअल आर्ट्स एवं पेसिफिक कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों संग पेसिफिक कॉलेज के प्रो. राजेश के. यादव सम्मिलित हुए।