उदयपुर। हिंदुस्तान जिंक के जिंक फुटबॉल अकादमी के 15 साल के गोलकीपर साहिल पूनिया को भारत की अंडर-16 नेशनल कैंप के लिए चुना गया है। भारतीय टीम इन दिनों श्रीलंका में होने वाली सैफ अंडर-16 चैम्पियनशिप की तैयारी में जुटी है।
जिंक फुटबॉल अकादमी की टीम ने बीते सप्ताह गोवा का दौरा किया था, जहां उसने भारत की यू-16 नेशनल टीम, डेम्पो स्पोर्ट्स क्लब (यू-18) और टीम सुपर 30 के साथ दोस्ताना मैच खेले थे। जिंक फुटबॉल अकादमी की टीम ने इनमें से दो मैच जीते थे लेकिन वह नेशनल टीम के खिलाफ बहुत कम अंतर से हार गई थी। हरियाणा के हिसार के लाडवा गांव में जन्मे साहिल पूनिया ने इस टूर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया था और यहीं से वह चयनकर्ताओं के ध्यान में आए।
फाइनल मैच में मौजूद राष्ट्रीय चयनकर्ता (स्काउट्स) हिंदुस्तान जिंक की इस टीम के प्रदर्शन से अभिभूत दिख रहे थे। इसके बाद पूनिया का तत्काल शिविर के लिए चयन हो गया, जबकि अकादमी के कुछ और खिलाड़ियों को आने वाले दिनों में कैम्प के लिए बुलाए जाने की उम्मीद है।
साहिल के पिता पेशे से किसान हैं और अपने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य हैं। अपने बेटे को देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलने की खबर सुनकर उनकी खुशी सातवें आसमान पर है और यह इस परिवार का अंतिम सपना भी रहा है। साहिल पूनिया ने कहा, “सबसे पहले, मैं अपने माता-पिता को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे हमेशा अपने सपनों का पीछा करने का मौका और प्रेरणा दी। इसके बाद मैं 2018 अकादमी में मेरे चयन के बाद से मुझे अच्छी तरह से तैयार करने के लिए उदयपुर में हमारी अकादमी के सभी कोचों और कर्मचारियों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। मुझे अपने सपनों को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करने के लिए हिंदुस्तान जिंक का विशेष धन्यवाद।”
जिंक फुटबॉल राजस्थान में फुटबॉल क्रांति की शुरुआत करने के लिए वेदांता हिंदुस्तान जिंक ग्रुप की एक पहल है। यह उदयपुर, राजस्थान के पास जावर में प्रौद्योगिकी और डेटा विश्लेषण के साथ अपनी तरह का एक अनूठा जमीनी विकास कार्यक्रम (ग्रासरूट प्रोग्राम) है। यह कार्यक्रम बड़ी सफलता से सामाजिक और सामुदायिक विकास के लिए एक उपकरण के रूप में फुटबॉल का उपयोग कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि युवा लडक़ों और लड़कियों के पास फुटबॉल के माध्यम से खुद को व्यक्त करने का एक सफल मंच हो।