जिंक फुटबॉल के बच्चों को आशुतोष मेहता और लालेंगमाविया जैसे खिलाडिय़ों की तरफ देखना चाहिए : जेरार्ड नुस

उदयपुर। लिवरपूल के पूर्व कोच जेरार्ड नुस, जिन्होंने पहले स्टीवन गेरार्ड, जाबी अलोंसो, फर्नांडो टोरेस जैसे फुटबॉल के दिग्गजों के साथ काम किया है, ने वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर जिंक फुटबॉल अकादमी के नवोदित फुटबॉलरों से बातचीत की।
प्रतिष्ठित स्पेनिश कोच ने इंडियन सुपर लीग क्लब नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी में मुख्य कोच के रूप में अपने दिनों की कहानियों से युवा फुटबॉलरों को प्रेरित किया। उन्होंने सपनों को पूरा करने के लिए जुनून और भूख के महत्व पर प्रकाश डाला और उन्हें इंडियन सुपर लीग के इतिहास में सबसे कम उम्र के कप्तान 20 वर्षीय लालेंगमाविया का उदाहरण देकर अपनेआप को उसी तर्ज पर विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
जेरार्ड ने कहा कि जब मैंने लालेंगमाविया को नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी टीम का कप्तान बनाया तो सभी को आश्चर्य हुआ क्योंकि हमारे डगआउट में पहले से ही कई अनुभवी भारतीय और विदेशी खिलाड़ी थे लेकिन मुख्य कोच के रूप में, मैं उस समर्पण और कड़ी मेहनत से बेहद खुश था जो मिजोरम का यह खिलाड़ी पिच पर और पिच के बाहर दोनों जगह लगा रहा था। ये एक महत्वाकांक्षी प्रतिभा के गुण हैं। इसके तुरंत बाद, उन्हें भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए भी बुलाया गया।
जेरार्ड ने नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी के राइट-बैक आशुतोष मेहता के बारे में बात की, जो 29 साल की उम्र में भी हमेशा अपनी कमजोरियों को मजबूत करने और खुद को बेहतर बनने की तलाश में लगे रहते हैं। जेरार्ड ने कहा कि मैंने अक्सर आशुतोष को अपने कमजोर बाएं पैर के साथ अपने खाली समय के दौरान प्रशिक्षण देते देखा। वह अकेले जिम जाता था और इलीट स्तर के खेल से मेल खाने के लिए कड़ी मेहनत करता था।
जिंक फुटबॉल के बारे में बात करते हुए, जेरार्ड ने कहा कि छोटे बच्चों को उनके जुनून और कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच देना और उन्हें सफल बनने के लिए आगे बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण है। जिंक फुटबॉल ठीक यही कर रहा है और मुझे यकीन है कि उनके पास जिस तरह के विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे और सुविधाएं हैं, वे जल्द ही भारतीय फुटबॉल के लिए कुछ सर्वश्रेष्ठ युवा प्रतिभाएं पैदा करेंगे। घंटे भर की बातचीत के बाद जेरार्ड ने जिंक फुटबॉल के लडक़ों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
उल्लेखनीय है कि जिंक फुटबॉल राजस्थान में फुटबॉल क्रांति की शुरुआत करने के लिए वेदांत हिंदुस्तान जिंक की एक पहल है। यह उदयपुर के पास जावर में प्रौद्योगिकी और डेटा विश्लेषण के साथ अपनी तरह का एक अनूठा जमीनी विकास कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम सामाजिक और सामुदायिक विकास के लिए एक उपकरण के रूप में फुटबॉल का उपयोग कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि युवा लडक़ों और लड़कियों के पास फुटबॉल के माध्यम से खुद को व्यक्त करने का एक मंच हो।

Related posts:

टाटा न्यू और एचडीएफसी बैंक में साझेदारी

VEDANTA FELICITATES COVID WARRIORS, BIZ PARTNERS OF HINDUSTAN ZINC

Nexus Malls, a leader in Indian Retail, Reveals New Brand Identity

जिंक को ‘डॉउ जोन्स’ सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स में 5 वां स्थान

Mangalam Cement UnveilsNew Eco Friendly Premium Cement- Mangalam PromaxX

आईसीआईसीआई बैंक ने किसानों की साख को निर्धारित करने के लिए उपग्रह डेटा का उपयोग शुरू किया

गुजरात में सबसे कम उम्र के 15 वर्षीय मरीज का हृदय प्रत्यारोपण सिम्स मल्टी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल म...

एचडीएफसी बैंक के द्वारा जारी की गई भारत की पहली इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी

Jaguar Land Rover Announces Annual Monsoon Service Camp

मैकडॉवेल्स नं. 1 यारी के रंग पैक के साथ रंगों का त्योहार अपने घर पर मनाएं

ई-कॉमर्स ने इस त्योहारी सीजऩ में खत्म किया इंडिया और भारत के बीच का अंतर

वेदांता का ग्लोबल कॉर्पोरेट इनोवेशन एंड वेंचर्स कार्यक्रम ‘वेदांता स्पार्क‘ लॉन्च

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *