मैनकाइंड फार्मा का ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स के साथ अनुबंध

उदयपुर। मैनकाइंड फार्मास्यूटिकल्स लि. और ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स लि. ने सब-लाइसेंसिंग अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जिसके तहत भारत में सोडियम ग्लूकोज़ को-ट्रान्सपोर्टर-2 (एसजीएलटी2) इन्हिबिटर रेमोग्लिफ्लोजऩि इटाबोनेट की संयुक्त रुप से मार्केटिंग की जाएगी। इस अनुबंध के अनुसार, मैनकाइंड भारत में अपने खुद के ट्रेडमार्क के अंतर्गत दवाई की बिक्री करेगा जबकि ग्लेनमार्क द्वारा मैनकाइंड के लिए इस दवा का उत्पादन और आपूर्ति की जाएगी।
तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल्स सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, अप्रैल 2019 में ग्लेनमार्क को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इँडिया (डीसीजीआई) की ओर से रेमोग्लिफ्लोजऩि इटाबोनेट के लिए मंजूरी प्राप्त हुई। ट्रायल्स के दौरान रेमोग्लिफ्लोजऩि ने डापाग्लिफ्लोजऩि के साथ बराबरी की तुलना में बेहतर दक्षता और सुरक्षा को प्रदर्शित किया। इसके बाद ग्लेनमार्क ने रेमोग्लिफ्लोजऩि को ‘रेमो’ और ‘रेमोज़ेन’ ब्रांड नाम से लॉन्च किया जिसे वयस्कों में टाइप 2 डायबिटीज़ मेलिटस के उपचार में उल्लिखित किया गया है। रेमोग्लिफ्लोजऩि को बेहद निर्णायक मूल्य पर लॉन्च किया गया है।
मैनकाइंड फार्मा लि. के मार्केटिंग डायरेक्टर डॉ. संजय कौल ने कहा कि हमें नए एंटी-डायबेटिक रेमोग्लिफ्लोजऩि के लिए ग्लेनमार्क के साथ भागीदारी कर खुशी हो रही है क्योंकि ये टाइप 2 डायबिटीज़ से पीडि़त वयस्कों को इस रोग के प्रबंधन में एक बेहद ज़रुरी विकल्प उपलब्ध कराता है। मैनकाइंड फार्मा कार्डियोवैस्कुलर और मेटाबोलिक रोगों से पीडि़त मरीज़ों की स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए विशिष्ट ज़ोखिमों की पहचान कर उन्हें कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। कुल मिलाकर रोग का बोझ कम करने के लिए ये खासतौर पर महत्वपूर्ण है। इस महत्वपूर्ण फैसले से न सिर्फ हमारे डायबिटीज़ पोर्टफोलियो को मज़बूती मिलेगी बल्कि एंटी डायबिटीज़ सेगमेंट में एक तेज़ी से बढ़ती कंपनी के तौर पर हमारी स्थिति को सुदृढ़ करने में भी मदद मिलेगी। एसजीएलटी-2 इन्हिबिटर वर्ग में उपलब्ध इसी तरह के अन्य एजेंटों की तुलना में रेमोग्लिफ्लोजऩि 50 प्रतिशत सस्ती है।
सुजेश वासुदेवन, प्रेसिडेंट- इंडिया फॉर्मूलेशन्स, मिडल ईस्ट और अफ्रीका, ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स ने कहा कि मैनकाइंड के साथ हमारा सहयोग प्रभावी डायबिटीज़ प्रबंधन के लिए मौलिक, अभिनव उपचार के विकल्प उपलब्ध कराने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। भारत में नवीनतम, अनोखे और वैश्विक स्तर पर शोध किए गए एसजीएलटी2 इन्हिबिटर रेमोग्लिफ्लोजऩि को व्यापक तौर पर मरीज़ों की पहुंच तक लाने की हमारी रणनीति में मैनकाइंड के साथ भागीदारी एक महत्वपूर्ण पड़ाव है और ये रेमोग्लिफ्लोजऩि के लिए मैनकाइंड के साथ लंबे समय तक सहयोग के लिए एक मज़बूत आधार उपलब्ध कराएगी।

Related posts:

पेप्सी ने पूरा किया ज़्यादा फिज़ और रिफ्रेशिंग होने का वादा

Finance the wedding of your dreams with a Personal Loan from Bajaj Finserv

तृतीय नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट की कमेटियां गठित

Azim Premji University to hold three-day exhibition of Schoolbooks Archive in Udaipur from July 19

First Private Hospital in India to successfully complete CAR-T Cell Therapy, Apollo Hospitals now in...

राष्ट्रीय युवा दिवस पर युवा सशक्तिकरण हेतु हिन्दुस्तान जिंक ने दोहराई प्रतिबद्धता

सांई तिरूपति विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षान्त समारोह सम्पन्न

मीडिया शिक्षा के 100 वर्षों की यात्रा पर विशेषांक

Hindustan Zinc Earns (A-) Leadership Band Scores from CDP for Climate Change and Water Security Exce...

नेक्सस मॉल्स और CRED ने हाथ मिलाया

एमकेएम फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में दून स्टार एफसी, देहरादून ने एस.टी.एफ.सी, कश्मीर को हरा कर जीता...

’राजनंदिनी मेटल्स लि. ने प्रमुख व्यापार विस्तार के साथ बोनस देने की योजना बनाई’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *