उदयपुर में चिक हेयर कलर शैंपू लॉन्च

उदयपुर। केविनकेयर के सबसे पुराने और मशहूर शैंपू ब्रैड चिक ने चिक हेयर कलर शैंपू के तौर पर नया उत्पाद लॉन्च किया है। चिक हेयर कलर शैंपू बाल रंगने के पुराने तौर तरीकों के मुकाबले बेहद आसान समाधान मुहैया कराता है। इसके लिए किसी दूसरे की मदद नहीं पडती और बाल रंगने का समय भी बचता है। चिक के ग्राहक शानदार निजी अनुभव के साथ महज 10 मिनट में बाल रंगने के बेहतरीन नतीजे पा सकते हैं। शैंपू आधारित, बिना अमोनिया वाले इस उत्पाद से बाल रंगना, बालों को शैंपू करने जैसा आसान हो गया है। सबसे आसान और सस्ते चिक हेयर कलर शैंपू को अब उदयपुर और आसपास के लोगों के लिए भी मुहैया करा दिया गया है। 

वेंकटेश विजयराघवनडायरेक्टर एवं सीईओ – पर्सनल केयर एंड अलाइंस ने कहा कि शोध से पता चला है कि इस क्षेत्र में घर पर बाल रंगने वाले ज्यादातर ग्राहकों को पता ही नहीं होता कि कौन से हेयर कलर उत्पाद सबसे अच्छा काम करेगा और वे इसके नतीजों को लेकर चिंतित रहते हैं। सौंदर्य के प्रति जागरुक ग्राहक लागातर आसान और बेहतरीन गुणवत्ता वाले उत्पादों की मांग कर रहे हैं। केविनकेयर के शानदार शोध और विकास परंपरा का सहारा लिया ताकि हम घर में बाल रंगने के अनुभव को शानदार बना सकें। हमें पूरा भरोसा है कि उदयपुर के ग्राहक के लिए चिक हेयर कलर शैंपू पहली पसंद बन जाएगा। चिक हेयर कलर शैंपू का इस्तेमाल बेहद आसान है क्योंकि पैकेट पर ही सभी दिशा-निर्देश साफ तौर पर लिख होते हैं। ग्लव्स पहन कर चिक हेयर कलर शैंपू बालों पर लगाना है। 1॰ मिनट तक शैंपू लगाने के बाद पानी से धो लें। आंवला, हिना, गुडहल, मेथी और भृंगराज जैसे प्राकृतिक तत्वों से युक्त चिक हेयर कलर शैंपू पाउडर वाला हेयर कलर 15 रुपये में किराना व जनरल स्टोर में उपलब्ध है।

Related posts:

श्री अयोध्याजी से पहुंचे पूजित अक्षत कलश का भव्य स्वागत

एचडीएफसी बैंक और इंडियन डेंटल एसोसिएशन में एमओयू

जाग्रत हनुमानजी को धराया छप्पन भोग

भामाशाह जयंती पर धूमधाम से निकली शोभायात्रा

Kangaroo Kids Educationset to roll-out its chain of schools in Rajasthan

साई तिरूपति विश्वविद्यालय में युवामंथन कार्यक्रम 

विकसित भारत संकल्प यात्रा का उत्साह चरम पर

पिम्स हॉस्पिटल में वृद्ध महिला के फेंफड़े की जटिल बीमारी का सफल उपचार

हिन्दुस्तान जिंक के प्रधान कार्यालय में हर्षोउल्लास से मनाया 75वां गणतंत्र दिवस

वेदांता ने ट्रांसजेंडरों के लिए अपनाई अनूठी समावेशन नीति

जिंक का ‘‘कोई बच्चा रहे ना भूखा‘ अभियान साबित हो रहा वरदान

महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं : राज्यपाल कटारिया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *