उदयपुर। एचडीएफसी बैंक ने उदयपुर, में ब्लड स्टोरेज यूनिट की स्थापना की है। उदयपुर के प्रतिष्ठित सरकारी हॉस्पिटल, महाराणा भूपाल गवर्नमेंट हॉस्पिटल में स्थापित इस यूनिट से किसी भी मरीज को सुरक्षित खून चढ़ाने में आने वाली अनुपलब्धता में कमी आएगी। यह पहल बैंक की सामाजिक विकास कार्यक्रमों #Parivartan का एक हिस्सा है। एचडीएफसी बैंक की नई ब्लड स्टोरेज इकाई में 1,800 यूनिट तक रक्त संग्रहित किया जा सकेगा। अस्पताल की मौजूदा रक्त भण्डारण क्षमता 1,200 यूनिट्स है। एमबी हॉस्पिटल में अब 3,000 यूनिट रक्त का संग्रह किया जा सकेगा। एक यूनिट रक्त से कम से कम 3 लोगों की जान बचाई जा सकती है
इस अवसर पर अस्पताल परिसर में आयोजित एक समारोह में, ब्लड स्टोरेज इकाई का उद्घाटन आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एवं कंट्रोलर, डॉ. लाखन पोसवाल ने किया। उनके साथ एचडीएफसी बैक के एसवीपी, ऑपरेशंस रघुनाथ रेड्डी तथा बैंक के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि एचडीएफसी बैंक 2007 से भारत में रक्त की कमी को पूरा करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और बैंक ने दिसंबर 2013 में सबसे बड़ा एक-दिवसीय रक्तदान अभियान आयोजित कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है। वर्ष 2007 से अब तक विगत 12 वर्षों में, इस बैंक ने 1.2 मिलियन यूनिट से अधिक रक्त का सफलतापूर्वक संग्रह किया है। इस अभियान के दौरान, यह पाया गया कि विभिन्न ब्लड बैंकों में रक्त भण्डारण क्षमता में वृद्धि करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि रक्तदान करना सुनिश्चित करना, ताकि रोगियों को चढ़ाने के लिए सुरक्षित रक्त उपलब्ध हो सके। बैंक ने भारत के विभिन्न अस्पतालों में ब्लड स्टोरज इकाइयां स्थापित की है। बैंक ने 6 दिसंबर को देश भर में अपने राष्ट्रीय रक्तदान अभियान का 13 वां संस्करण भी आयोजित किया।
भवेश झवेरी, कार्यकारी निदेशक, एचडीएफसी बैंक ने कहा कि ऐसे में जब देश में रक्त की मांग और आपूर्ति में काफी अंतर है, रक्त किसी भी रोगी के लिए काफी मूल्यवान है। उदयपुर में एक और स्टोरेज युनिट की स्थापना एक ऐसा कदम है जो लोगों को इस बात की सुनिश्चितता देता है कि आपाकालीन स्थिति में उन्हें तत्काल रक्त उपलब्ध हो सकेगा।