आचार्यश्री महाश्रमण से की उदयपुर में चातुर्मास करने की विनती
उदयपुर। तेरापंथ के 11वें आचार्य, आचार्यश्री महाश्रमण के दर्शनार्थ एवं उदयपुर में चातुर्मास की मांग को लेकर 700 यात्रियों का संघ 11 बसों एवं 35 निजी साधनों द्वारा भीलवाड़ा पंहुचा और आचार्यश्री से उदयपुर में चातुर्मास करने की विनती की। तेरापंथ समाज के अध्यक्ष अर्जुन खोखावत के नेतृत्व में समाज के सभी सदस्यों ने प्रात: 7 बजे उदयपुर मे बिराजित साध्वीश्री सुदर्शना श्रीजी से मंगलपाठ सुन भीलवाड़ा के लिए प्रस्थान किया। भीलवाड़ा पंहुच कर नियत समय पर प्रवचन पंडाल से रेली के रूप में गगन भेदी नारो ‘गुरु देव उदयपुर पधारो’ के साथ पहले साध्वी प्रमुखा श्री कनकप्रभाजी के दर्शन किए एवं आचार्यश्री के चातुर्मास की अर्ज में सिफारिश करने की विनती की। इसके बाद सभी संघ यात्री गुरुदर्शन के लिए महाश्रमण सभागार में एकत्रित हुए।
गुरु वंदना के बाद तेरापंथ सभा उदयपुर के अध्यक्ष अर्जुन खोखावत, तेयुप अध्यक्ष मनोज लोढ़ा, महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती सीमा पोरवाल, टीपीएफ अध्यक्ष मुकेश बोहरा एवं अणुव्रत समिति अध्यक्ष आलोक पगारिया ने क्रमवार उदयपुर में गुरुदेव को चातुर्मास करने के लिए 10 महत्वपूर्ण बिंदुओं द्वारा अपनी विनती प्रस्तुत की। इस अवसर पर आयोजित रैली का नेतृत्व उदयपुर सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने किया। यात्रा मे मेवाड़ समन्वय समिति अध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता की विशेष उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन उपाध्यक्ष कमल नाहटा ने किया। इस संपूर्ण संघ यात्रा का संयोजन विनोद मांडोत ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में यातायात प्रभारी रमेश सिंघवी, ओम पोरवाल, महावीर राठौड़, श्रीमती दिपीका मारु, मिडिया संयोजक अभीषेक पोखरना, भोजन प्रबंधन विनोद चंण्डालिया, राकेश नाहर, वित्त प्रबंधन भगवती सुराणा आदि का विशेष योगदान रहा। संघ मे पुरुषों ने श्वेत परिधान एवं महिलाओं ने केसरिया परिधान मे रेली में भाग लेकर गगन चुंबी नारों के साथ महाश्रमण परिसर को गुंजायमान कर दिया।