दूसरी तिमाही में 2081 करोड़ रु. का शुद्ध लाभ
29 अक्टूबर, 2019 को हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने मंगलवार को आयोजित अपनी निदेशक मण्डल की बैठक में 30 सितम्बर 2019 को समाप्त छःमाही व दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की।
हिन्दुस्तान जिंक की चेयरमैन श्रीमती किरण अग्रवाल ने बताया कि ‘‘कंपनी आगामी वर्षों के दौरान 1.35 एमटीपीए क्षमता विस्तार स्थापना के लिए एक्सप्लोरेशन, स्मार्ट तकनीकी एवं अनुशासित निष्पादन तरीके पर ध्यान दे रही है। उन्होेंने बताया कि हम कम लागत वाले संचालन एवं लम्बे समय तक खदानों के संचालन के लिए मूल सिद्धान्तों को अधिक सुदृढ़ बनाने पर बल दे रहे है जिससे हमारे शेयरधारकों और उद्योग को अधिक से अधिक निवेश का रिटर्न मिल सके।
हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल ने बताया कि ‘‘ हम अपनी वार्षिक क्षमता 1.2 एमटीपीए की विस्तार परियोजनाओं का अंतिम चरण का कार्य दूसरी तिमाही में पूरा कर चुके है। कंपनी की विस्तार एवं विकास प्रयासों के तहत नए ब्लाॅक तथा वृद्धि के साथ हमें दूसरी तिमाही के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद हैं।
हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य वित्तीय अधिकारी स्वयं सौरभ ने बताया कि ’’स्वचालन और डिजिटलकरण निवेश से लगातार अनुकूल लक्ष्यों को प्राप्त करने की ओर सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। हमारा लक्ष्य उत्कृष्ट उत्पादकता के माध्यम से कंपनी की मजबूत वित्तीय रूपरेखा तथा लागत नेतृत्व को बनाए रखना है।
तिमाही के दौरान 219,000 टन खनित धातु उत्पादन हुआ जो 3 प्रतिशत अधिक अयस्क उत्पादन के कारण संभव हुआ है। तिमाही के दौरान 210,000 टन एकीकृत धातु का उत्पादन हुआ जो गतवर्ष की तुलना में आंशिक रूप से अधिक है। खनित धातु उत्पादन के साथ 166,000 टन एकीकृत जस्ता धातु का उत्पादन हुआ है जो कि गत वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 2 प्रतिशत अधिक है। तिमाही के दौरान 134 मैट्रिक टन एकीकृत चांदी का उत्पादन हुआ है।
हिन्दुस्तान जिं़क ने दूसरी तिमाही में 2081 करोड़ रु. का शुद्ध लाभ अर्जित किया है जो कि गत वर्ष की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है। दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी ने 4,511 करोड़ रु. का राजस्व अर्जित किया।
खनित धातु एवं रिफाइण्ड धातु में भूमिगत खदानों के सकारात्मक उत्पादन के परिणामस्वरूप वित्तीय वर्ष 2020 में समग्र उत्पादन श्रेष्ठ रहने की संभावना है।
वित्तीय वर्ष 2020 में खनित एवं रिफाइन्ड धातु उत्पादन के लिए संशोधित मार्गदर्शन के अनुसार चांदी का उत्पादन 650 एमटी से 950 एमटी होने की संभावना है।
वर्तमान में चल रही विस्तार परियोजनाएं पूर्ण होने वाली है जिससे वित्तीय वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में 1.2 मिलियन टन खनित धातु उत्पादन क्षमता तक पहुंच गया है। सिंदेसर खुर्द में प्रारम्भ किया गया शाफ्ट उत्पादन से संबंधित कन्वेयर और स्वचालन प्रणाली के साथ रैंप पर है। रामपुरा आगुचा में शाफ्ट परियोयजना का विकास कार्य अंतिम चरण पर है। जो वित्तीय वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही में पूरा हो जाने की संभावना है।
तिमाही के दौरान जावर में भारत का पहला ड्राई टेल स्टैकिंग प्लांट शुरू किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त वित्तीय वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही में दो बैंक फिल प्लांट का कार्य प्रगति पर है जो पुराने स्तंभों में उच्च श्रेणी के अयस्क खनन करने में सक्षम है। राजपुरा दरीबा में, मौजूदा उत्पादन शाफ्ट की क्षमता 0.7 से 1.3 एमटीपीए से खदान को डी-बोटलनेक में अपग्रेड किया जा रहा है जो वित्तीय वर्ष 2020 की चैथी तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।
चंदरिया में फ्यूमर प्रोजेक्ट का कार्य प्रगति पर है तथा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही तक पूरा होने की संभावना है। रामपुरा आगुचा और सिंदेसर खुर्द में डिजिटलाईजेशन परियोजनाएं का कार्य प्रगति पर है।