फतह स्कूल प्रांगण पहुंचेंगे मेवाड़-वागड़ सहित राजस्थान एवं देश के विभिन्न हिस्सों के साधक-श्रद्धालु
उदयपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री शक्तिपीठ, सर्वऋतु विलास परिवार की ओर से 3 से 6 नवम्बर तक फतह स्कूल ग्राउण्ड में विराट 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।
प्रवक्ता हेमंत श्रीमाली ने बताया कि 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आगाज गुरूवार को कलश यात्रा से होगा। इसके साथ परमपूज्य गुरुदेव द्वारा रचित सद्ग्रंथ साहिब यात्रा भी रहेगी। प्रात: 8.30 बजे शुरू होने वाली कलश यात्रा गायत्री शक्तिपीठ सर्वऋतु विलास से आरंभ होकर उदियापोल, सूरजपोल होते हुए यज्ञ स्थल फतह स्कूल प्रांगण पहुंचेगी। दोपहर 2 बजे संगठनात्मक स्वरूप पर कार्यकर्ता गोष्ठी एवं सायं 6 बजे संगीत एवं प्रवचन होंगे।
श्रीमाली ने बताया कि गायत्री महायज्ञ के एक दिन पूर्व बुधवार को प्रात: 8.30 फतह स्कूल प्रांगण में मां गायत्री की पूजा-अर्चना के साथ विधि-विधान से भोजनशाला के लिए पवित्र भट्टी का पूजन किया गया। महायज्ञ के दौरान जो भी कार्यकर्ता श्रद्धालु साधक यज्ञ में पहुंचेंगे उनके लिए महाप्रसाद भोजनशाला में बनेगा। भोजनशाला का नाम माता भगवती भोजनालय रखा गया है। भट्टी पूजन में केंद्रीय कमेटी के डॉ. आलोक व्यास, के. सी. व्यास, वित्त प्रभारी ललित पानेरी, साधक सत्य चतुर्वेदी, कैलाश व्यास, राजेंद्र त्रिपाठी, सुनीता एवं शारदा सनाढ्य ने भाग लिया।
इस अवसर पर गुरुदेव वेद मूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा अचार्य के वचनों को याद करते हुए संकल्प लिया कि गुरुदेव ने जो हमें सूत्र दे रखा है ‘तू मेरा काम कर तेरे सभी काम मैं करूंगा’ इसी के आधार पर सभी कार्यकर्ताओं को यह महान कार्य करना है। भट्टी पूजन के साथ ही महायज्ञ की महत्वपूर्ण तैयारियां लगभग पूर्ण हो गई है। मेवाड़ वागड़ क्षेत्र सहित राजस्थान एवं अन्य राज्यों से भी साधक श्रद्धालु आने प्रारंभ हो गए हैं।