जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए जीवन भर समर्पित रहे मसीहा को भावभीनी श्रद्धांजलि
उदयपुर। सादगी, सेवा और शिक्षावादिता के प्रतीक रहे प्रो. विजय श्रीमाली की सातवीं पुण्यतिथि पर आयोजित रक्तदान शिविर ने समाज को एक प्रेरणादायक संदेश दिया। प्रो. विजय श्रीमाली फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में टाइगर हिल स्थित श्री संस्कार भवन में 151 यूनिट रक्त एकत्र कर जरूरतमंद मरीजों के लिए जीवनदायिनी सेवा का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम के दौरान 501 पौधारोपण और पौधा वितरण कार्यक्रम भी किया। इसके साथ ही हॉस्पिटल में मरीजों और उनके परिजनों के लिए भोजन सेवा भी की गई।
रक्तदान शिविर में प्रो. श्रीमाली के अनुयायियों, पूर्व विद्यार्थियों, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और सहयोगियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में युवाओं की बड़ी भागीदारी देखने को मिली, जो यह दर्शाता है कि प्रो. श्रीमाली का समाज और शिक्षा जगत पर गहरा प्रभाव आज भी जीवंत है।
प्रो. विजय श्रीमाली ने उदयपुर के सुखाड़िया विश्वविद्यालय में कई वर्षों तक प्रोफेसर के रूप में शिक्षा दी, जहाँ उन्होंने न केवल विद्यार्थियों को ज्ञान दिया, बल्कि उन्हें सामाजिक चेतना और मूल्य आधारित जीवन जीने की दिशा भी दिखाई। यहीं नहीं प्रो. विजय श्रीमाली ने जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिये आर्थिक मदद करने में भी मिसाल कायम की। उन्होंने अपने कई विद्यार्थियों की फीस अपनी तरख्वाह से भर दी तो वहीं शादी के दौरान भी विद्यार्थियों की आर्थिक मदद करने से नहीं चूके। शिक्षा क्षेत्र में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं और नेतृत्व क्षमता के चलते उन्हें अजमेर स्थित एम.डी.एस. विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया, जहाँ उन्होंने विश्वविद्यालय को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
फाउंडेशन के जतिन श्रीमाली ने बताया कि यह रक्तदान शिविर केवल एक पुण्यतिथि कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह प्रो. श्रीमाली के उस जीवन दर्शन को आगे बढ़ाने की पहल है, जिसमें उन्होंने हमेशा ‘जीवन दूसरों के लिए जीओ’ का संदेश दिया।
प्रो विजय श्रीमाली को पुष्पांजलि के अवसर पर विधायक ताराचंद जैन ने कहा कि प्रो. विजय श्रीमाली का शिक्षा व सामाजिक क्षेत्र में योगदान अविस्मरणीय है। विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि वे राजसमंद के छात्रों के बीच भी अत्यंत लोकप्रिय थे और सदैव उनके सहयोग के लिए तत्पर रहते थे। रविन्द्र श्रीमाली ने कहा कि वे सिद्धांतों से कभी समझौता न करने वाले, साहसी व सेवा भावना से ओतप्रोत व्यक्तित्व थे। वे जिस हाथ से मदद करते, दूसरे हाथ को खबर तक नहीं होती। कार्यक्रम के अंत में उपस्थितजनों ने प्रो. विजय श्रीमाली के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
रक्तदान और पौधारोपण कार्यक्रम में पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, शहर विधायक ताराचंद जैन, राजसमंद विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी, पूर्व उपमहापौर पारस सिंघवी, पूर्व देहात भाजपा जिलाध्यक्ष चन्द्रगुप्त सिंह चौहान, शहर भाजपा उपाध्यक्ष अतुल चंडालिया, भाजपा नेता रामकृपा शर्मा, सिद्धार्थ शर्मा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष दिनेश श्रीमाली, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष सुरेश श्रीमाली, पूर्व पार्षद गिरीश श्रीमाली, श्री श्रीमाली ब्राह्मण समाज मेवाड़ अध्यक्ष दिग्विजय श्रीमाली मौजूद रहें। इसके साथ ही श्रीमाली समाज से वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम शंकर श्रीमाली, होटल व्यवसायी जितेन्द्र श्रीमाली, देवेन्द्र श्रीमाली, जयंत ओझा, सतीश श्रीमाली, राजेन्द्र श्रीमाली, गणेशलाल जी श्रीमाली, भावप्रकाश दषोत्तर, जमनालाल श्रीमाली, नर्बदाशंकर श्रीमाली जयंत श्रीमाली, मयंक श्रीमाली, मानस ओझा सहित अनेक सदस्य मौजूद रहे।
प्रो विजय श्रीमाली की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर संस्कार भवन की ओर से आसपास के क्षेत्रों में सघन पौधरोपण अभियान भी चलाया गया। इस अभियान के तहत विभिन्न प्रकार के छायादार, औषधीय एवं फलदार पौधे लगाए गए, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ क्षेत्र की हरियाली में भी वृद्धि हो सके। इसके साथ ही नटराज किड्स प्लेनेट स्कूल की ओर से प्रो विजय श्रीमाली की स्मृति मे पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से 501 पौधों का निःशुल्क वितरण किया गया। विद्यालय परिवार ने समाज को हरियाली और स्वच्छता का संदेश देते हुए स्थानीय नागरिकों, विद्यार्थियों और आगंतुकों को पौधे वितरित किए। इस पहल का नेतृत्व डॉ. श्रीकांत शर्मा एवं श्वेता श्रीमाली ने किया, जिनके मार्गदर्शन में यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
भोजन वितरण कार्यक्रम के अंतर्गत सांयकाल महाराणा भूपाल जनरल हॉस्पिटल परिसर में मरीजों के परिजनों को निःशुल्क भोजन प्रदान किया गया। यह सेवा कार्य प्रो. विजय श्रीमाली की जनसेवा भावना को समर्पित रहा, जिसमें स्वयंसेवकों ने पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ भोजन वितरण किया। अस्पताल में इलाजरत मरीजों के परिजनों के लिए यह सहयोग न केवल आर्थिक राहत का माध्यम बना, बल्कि भावनात्मक संबल भी प्रदान करता दिखा। भोजन वितरण कार्यक्रम मे जतिन श्रीमाली, रविन्द्र श्रीमाली, मधुसूदन बोहरा, डॉ देवेन्द्र श्रीमाली, भूपेंद्र श्रीमाली, दुष्यंत श्रीमाली एवं प्रो श्रीमाली के परिजन एवं इष्टमीत्र उपस्थित रहे।
प्रो. विजय श्रीमाली की सातवीं पुण्यतिथि पर 151 यूनिट रक्तदान
