सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के संयुक्त निदेशक महेशचन्द्र शर्मा सेवानिवृत्त

जयपुर। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के संयुक्त निदेशक महेशचन्द्र शर्मा को उनकी अधिवार्षिकी आयु पूरी होने पर गुरूवार को भावभीनी विदाई दी गई। विभाग के निदेशक पुरूषोत्तम शर्मा ने महेशचन्द्र शर्मा को साफा व माला पहनाकर और मोमेन्टो भेंट कर सम्मानित किया। निदेशक श्री शर्मा ने महेशचन्द्र शर्मा को अनुशासित और कार्यकुशल अधिकारी बताते हुए कहा कि वे राजकीय सेवा काल में सदैव मृदुभाषी एवं सरल स्वभाव के रहे।

समारोह को विभाग के वित्तीय सलाहकार सुभाष दानोदिया एवं अतिरिक्त निदेशक श्रीमती अलका सक्सेना ने श्री शर्मा के कार्यों एवं व्यवहार की प्रशंसा की l इस मौके पर महेशचंद्र शर्मा ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया l गजाधर भारत ने काव्यपाठ के माध्यम से महेश शर्मा के कार्यों एवं कार्यकाल की जानकारी दी ,जबकि यंग इंटरनल सागर प्रजापति ने श्री शर्मा को स्केच पेंटिंग भेंट की। इस अवसर पर उपनिदेशक नर्मदा इंदौरिया सूचना एवं जनसम्पर्क कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गोपाल स्वरूप पाठक, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल सोनी सहित विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय की महेशचंद्र शर्मा गत 40 वर्षों से राजकीय सेवा में है जनसंपर्क विभाग के महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं l अपने कार्यकाल के दौरान श्री शर्मा को उदयपुर, राजसमंद, सिरोही और डिस्कॉम अजमेर में सम्मानित भी किया गया थाl

Related posts:

Tata Motors joins hands with HDFC Bank for Electric Vehicle Dealer Financing Program

हरियाणा में बनेगा नारायण सेवा संस्थान का पहला सेवा केंद्र

कोरोना की रोकथाम के लिए पीआईएमएस में ओपीडी तथा आईसोलेशन वार्ड की स्थापना

डॉ. लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने किया सिटी पैलेस में होलिका दहन

व्हीलचेयर क्रिकेट चैंपियनशिप के दूसरे दिन छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, उत्तराखंड, गुजरात, यूपी व दिल्ली जीते

Dr. Raghupati Singhania conferred the ‘Lifetime Achievement Award 2022’

''राइट टू हेल्थ'' बिल का विरोध

श्री मुनिसुव्रत स्वामी जिनालय में पर्यूषण महापर्व पर धर्म आराधना संपन्न

डॉ. जैन को नीति आयोग के सदस्य डॉ. पॉल ने किया सम्मानित

उदयपुर में कोरोना का लगातार ग्राफ़ घट रहा, आज 275 रोगी संक्रमित आये

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा आयोजित दूसरे वेदांता जिंक सिटी हाफ मैराथन का इवेंट पोस्टर और रेस डे जर्सी लॉ...

डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को कुलगुरु ने मंत्रोच्चारण और शंखनाद के बीच गद्दी पर बैठाया