निशुल्क आर्टिफिशियल लिम्ब शिविर से 1500 दुर्घटनाग्रस्त दिव्यांग लाभांवित
उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर के तत्वावधान में रविवार को हैदराबाद के ईडन गार्डन, किंग कोटी में आयोजित निशुल्क ऑपरेशन जांच-चयन और कृत्रिम अंग व केलिपर्स माप केम्प आयोजित हुआ। उद्घाटन तेलंगाना राज्य सरकार की ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर माननीय पोन्नम प्रभाकर एवं उप-मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी नंदनी मल्लू ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर दिव्यांगों, उनके परिजनों और हैदराबाद के सम्मानित सदस्यों को अपने मुख्य आतिथ्य सम्बोधन में कहा, दिव्यांगता के क्षेत्र में नारायण सेवा संस्थान का कार्य काबिल ए तारीफ़ है। इस शिविर में आए दुर्घटना शिकार या बीमारी से अंग हीन हुए बंधु बहिनों से मिलकर मैं अभिभूत हूँ। इन दिव्यांगों को मदद देना और आत्मनिर्भर बनाना बहुत बड़ी सेवा है। साथ ही हर तरह से दिव्यांगों की मदद की घोषणा की। समारोह की अध्यक्षता कर रही उप मुख्यमंत्री की पत्नी नंदनी मल्लू दिव्यांगों से मिलकर बहुत खुश हुई और अपने उद्बोधन में कहा, मैं दिव्यांगों की सेवा और संस्थान के लिए हर संभव मदद करूँगी। मैं उदयपुर आकर अपनी और से सहयोग दूँगी। तेलंगाना में होने वाले संस्था के हर कार्य में मैं तत्पर रहूँगी।
प्रारंभ में संस्थान निदेशक एवं ट्रस्टी देवेंद्र चौबीसा ने मुख्य अतिथि प्रभाकर का मेवाड़ी परम्परा से पगड़ी, दुप्पटा, शॉल से स्वागत अभिनंदन किया। पूर्व अध्यक्ष उत्तम डामरानी ने स्वागत भाषण दिया। हैदराबाद शाखा संयोजक अल्का चौधरी ने शाखा का अब तक की सेवाओं का ब्यौरा प्रस्तुत किया। संस्थान के संरक्षक एवं गो सेवक जसमत भाई पटेल ने मंत्री के समक्ष नारायण सेवा की 39 वर्षीय सेवाओं की जानकारी व आगामी विजन रखा। हैदराबाद शाखा के सलाहकार समाजसेवी रिद्धेश जागीरदार व आश्रम प्रभारी महेंद्रसिंह ने मंचासीन अतिथियों को शिविर सेवाओं की जानकारी देते हुए शिविर परिसर का अवलोकन कराया। शिविर में 100 से अधिक स्थानीय समाजसेवी और उद्योगपति उपस्थित हुए और उन्होंने इस दिव्यांग सेवा शिविर के लिए संस्थान संस्थापक पदमश्री अलंकृत कैलाश मानव और राष्टृपति पुरस्कार प्राप्त अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल का साधुवाद जताया।
शिविर संयोजक नरेंद्रसिंह ने बताया कि शिविर प्रातः 8 बजे शुरू होकर देर रात तक चला। शिविर में 1500 से ज्यादा दिव्यांगों का पंजीयन हुआ जिसमें 150 रोगी का ऑपरेशन के लिए, 850 का नारायण आर्टिफिशियल लिम्ब और केलिपर्स के लिए माप लिया। इन सभी चयनित जनों को करीब दो माह बाद मॉड्यूलर उच्च गुणवत्ता युक्त कृत्रिम अंग लगाए जायेंगे। संस्थान पीआरओ भगवान प्रसाद गौड़ ने बताया कि शिविर में तेलंगाना के विभिन्न 350 किलोमीटर दूर जिलों से रोगी आये जिसमें बच्चे और युवा वर्ग की संख्या अधिक थी। इन सभी दिव्यांगों और उनके परिजनों को संस्थान की ओर से फ्री चाय, नाश्ता और भोजन दिया गया।
संस्थान के ट्रस्टी निदेशक चौबीसा ने आभार व्यक्त करते हुए कहा इस शिविर में डॉक्टर्स, तकनीकी टीम सहित 35 सदस्यों ने सेवाएं दी। इस शिविर के प्रभारी हरिप्रसाद लढ्ढा, रिलेशनशिप प्रभारी राकेश शर्मा और संयोजक ऐश्वर्य त्रिवेदी थे। वोलियेंट्री सेवा में एनसीसी,राजमाता फाउंडेशन, शशि गाँधी, गुजरात भगनि और एबीसीपी कॉलज स्टुडेंट्स ग्रुप ने दी।