43वां निःशुल्क आयुर्वेद पंचकर्म चिकित्सा शिविर संपन्न

राष्ट्रीय योग प्रश्नोत्तरी के प्रतिभागियों का हुआ सम्मान
उदयपुर :
आरोग्य समिति एवं राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय, सिंधी बाजार, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 43वें निःशुल्क आयुर्वेद पंचकर्म चिकित्सा शिविर का समापन हुआ। शुभारंभ आयुर्वेद विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. भूपेंद्र शर्मा, उपनिदेशक डॉ. राजीव भट्ट, सहायक निदेशक भानु कुमार जैन, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य तथा पतंजलि योग समिति के योग प्रशिक्षक योगी अशोक जैन ने भगवान धन्वंतरि एवं योग ऋषि पतंजलि के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया।
डॉ शोभालाल औदिच्य ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत योग एवं ध्यान सत्र से हुई, जिसका संचालन योग प्रशिक्षक जिग्नेश शर्मा ने किया। शिविर में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, कंपाउंडर एवं परिचारक वर्ग को सम्मानित किया गया। इसके पश्चात 11वे अंतराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित हुई राष्ट्रीय योग प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डॉ. भूपेंद्र शर्मा ने कहा कि आयुर्वेदिक पंचकर्म चिकित्सा आज की जीवनशैली में रोगों से मुक्ति पाने का प्रभावी माध्यम है। ऐसे शिविर जनमानस में विश्वास बढ़ाते हैं। डॉ. राजीव भट्ट ने कहा कि समर्पित चिकित्सा स्टाफ और शिविर का अनुशासन ही इसकी सफलता का आधार है। योग में समर्पित भाव से कार्य करने वाले सभी प्रतिभागियों को उज्जवल भविष्य की कामना कर्ता हूँ। डॉ भानु कुमार जैन ने कहा कि योग और आयुर्वेद का सम्मिलन शरीर और मन दोनों को आरोग्य देता है।डॉ. शोभालाल औदीच्य ने कहा कि यह शिविर केवल चिकित्सा नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम है। समाज के हर वर्ग तक आयुर्वेद और योग को पहुँचाना हमारा संकल्प है ।योगी अशोक जैन ने कहा कि योग और आयुर्वेद का साथ जीवन में सच्ची सुख-शांति और स्वास्थ्य का मार्ग दिखाता है।
शिविर में सैकड़ों रोगियों ने पंचकर्म चिकित्सा का लाभ उठाया, जिसमें बस्ती, वमन, विरेचन, शिरोधारा, अभ्यंग, स्वेदन आदि प्रक्रियाएं प्रमुख रहीं। यह शिविर आधुनिक जीवनशैली जनित रोगों जैसे तनाव, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, वातरोग, मोटापा आदि के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रहा है।
शिविर में डॉ. शोभालाल औदीच्य, डॉ. संजय माहेश्वरी, डॉ. नितिन सेजू, डॉ अनिल गुर्जर, डॉ. कविता चौधरी, नर्स इंदिरा डामोर, कंपाउंडर कंचन कुमार डामोर, चंद्रेश परमार, कन्हैयालाल नागदा, हेमंत पालीवाल, वंदना शक्तावत, रुक्मणि गायरी, परिचारक गजेंद्र आमेटा, देवीलाल मेघवाल को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संजय माहेश्वरी ने किया। अगला 44 वां पांच दिवसीय पंचकर्म शिविर 4 अगस्त से होगा।

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