उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान के नवनिर्मित विशाल सेवा परिसर ‘वल्र्ड ऑफ ह्यूमैनिटी हॉस्पिटल में सेवाएं शुरू होने के बाद संस्थान द्वारा आगामी 25 वर्षों में सामाजिक सेवा संकल्पों के तहत दो करोड़ से अधिक दिव्यांगजन, जरूरतमंद बच्चों, रोगियों के लिए कई बड़े स्तर पर कार्य किए जाएंगे।

संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि आगामी संकल्प के तहत 7,02,000 शल्य चिकित्सा उपचार, संस्थान द्वारा किए जाने वाले ऑपरेशनों में हर वर्ष 15 प्रतिशत की वृद्धि, 9,36,000 दिव्यांगजन को प्रत्येक वर्ष 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ व्हीलचेयर, कैलिपर, ट्राईसाइकिल, वॉकर, श्रवण यंत्र जैसे सहायक उपकरण अधिक संख्या में तैयार व वितरित करने, 2,34,000 कृत्रिम अंगों का निर्माण एवं वितरण, 2550 दिव्यांग जोड़ों की गृहस्थी बसाने, वर्ष 2049 तक 50 सामूहिक विवाह समारोहों के आयोजन का लक्ष्य, 1250 एनजीओ को गोद लेकर उनकी मदद से अधिक पीडि़त जनों को सहायता पहुँचाना, नारायण चिल्ड्रन एकेडमी के माध्यम से 5000 बच्चों को शिक्षा, प्रतिवर्ष 250 बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लक्ष्य, 98,46,400 रोगियों को निशुल्क फिजियोथेरेपी उपचार, 400 निशुल्क सेवा केंद्र बनाने का लक्ष्य, हर वर्ष 15 नए केंद्र जोडक़र सेवा नेटवर्क को मजबूत बनाने का लक्ष्य, सम्पूर्ण भारत में 300 पी एंड ओ वर्कशॉप्स के माध्यम से अत्याधुनिक कृत्रिम अंग निर्माण कार्यशालाओं के विस्तार का लक्ष्य रखा गया है।
इसके अलावा देशभर के प्रमुख लक्ष्यों में 4500 शिविरों के माध्यम से निशुल्क जांच व उपचार, प्रत्येक वर्ष 150 नारायण लिंब एवं दिव्यांग जांच शिविर आयोजित करने का लक्ष्य, 6000 नई शाखाओं की स्थापना, संस्थान प्रतिवर्ष 250 नई शाखाएं खोलने की दिशा में आगे बढ़ेगा, 1 करोड़ से अधिक लोगों को भोजन व राशन, हर वर्ष 5 लाख जरूरतमंदों एवं परिवारों की भूख मिटाने का संकल्प, 7500 व्यक्तियों को कौशल प्रशिक्षण, हर वर्ष 300 दिव्यांगों एवं निर्धन लोगों को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
