‘परिवेश प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पाठ्यक्रम’ शुभारंभ

उदयपुर। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (एनआईयूए) ने बर्नार्ड वैन लीयर फाउंडेशन (बीवीएलएफ) की साझेदारी में नवजातों, शिशुओं और उनके देखभाल करने वालों के लिए वर्चुअल तरीके से ‘इन्फैंट, टोडलर एंड केयरगिवर फ्रैंडली नेबरहूड्स (आईटीसीएन) ट्रेनिंग एंड कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम’, यानी परिवेश प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पाठ्यक्रम का शुभारम्भ किया।
प्रोग्राम शहरी स्तर के प्रोग्रामों में आस-पड़ोस के स्तयर पर नवजातों, शिशुओं और देखभाल करने वालों (केयरगिवर्स) की जरूरतों के पाठ समाहित करने और प्रयास बढ़ाने के लिये एनआईयूए और बीवीएलएफ के बीच लंबी अवधि की भागीदारी की निरंतरता में है। प्रोग्राम के अंतर्गत शहर के अधिकारियों और युवा पेशेवरों को प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के मॉड्यूल्सा के जरिये कुशल बनने का प्रस्ताव दिया जाता है। यह प्रशिक्षण सुगठित संरचना वाले प्रशिक्षण मॉड्यूल्स के माध्यम से देने का प्रस्ताव है, जो नेशनल अर्बन लर्निंग प्लेनटफॉर्म (एनयूएलपी) द्वारा ऑनलाइन प्रदान किये जाते हैं। एनयूएलपी प्लेेटफॉर्म को एनआईयूएस और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा ज्ञान के प्रसार के लिये विकसित किया गया है।
इस प्रोग्राम की कल्पना दो उद्देश्यों के साथ की गई है। पहला, आस-पड़ोस और शहर के स्तर पर शहरी विकास की प्रस्तावित और जारी पहलों के भीतर एनआईयूए और बीवीएलएफ द्वारा विकसित ज्ञान के भंडार से शिक्षा लेना और दूसरा, शहर की विभिन्न पहलों में छोटे बच्चों और केयरगिवर्स की रोजाना की जरूरतों को देखते हुए इस शिक्षा में भाग लेने वालों को सहयोग देना। इसके अलावा, युवा पेशेवरों के लिये एक शैक्षणिक मान्येता प्राप्त कोर्स की योजना है, ताकि वे शहर में छोटे बच्चों (0 से 5 साल के) की जरूरतों के प्रति संवेदनशील बनें और इस उद्देश्य के लिये पर्याप्त टूल्स से सुसज्जित रहें।
यह इवेंट भारत सरकार के आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के संयुक्त सचिव और मिशन डायरेक्टर (स्मार्ट सिटीज) कुणाल कुमार ने रिमोट से लॉन्च किया। इस इवेंट में एनआईयूए के निदेशक हितेश वैद्य, बीवीएलएफ की भारत प्रतिनिधि रूशदा माजीद, एनआईयूए में सेंटर फॉर डिजिटल गवर्नेंस की नेशनल प्रोग्राम हेड काकुल मिश्रा और एनआईयूए में समावेशी विकास के वरिष्ठ सलाहकार अजय सूरी की मौजूदगी रही। दूरस्थ भागीदारे करने वालों में स्माकर्ट सिटी के सीईओ, म्युनिसिपल कमिश्नर्स और युवा पेशेवर भी शामिल थे।

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