अन्नपूर्णा कार्यशाला का आयोजन

उदयपुर (Udaipur)। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मण्डल के निर्देशन में उदयपुर महिला मंडल द्वारा समृद्ध राष्ट्र योजना के अंतर्गत अन्नपूर्णा कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ इंदुबाला पोरवाल ने नमस्कार महामन्त्र से किया। प्रेरणा गीत का संगान चन्द्रा बोहरा ने किया।
अध्यक्ष सुमन डागलिया ने स्वागत करते हुए कहा कि हमें अन्न बर्बाद नहीं करते हुए उसे उपयोग में लेने का संकल्प लेना चाहिए। संरक्षिका उषा चव्वाण ने बताया कि भारत में अन्न को भगवान माना जाता है। भोजन का अनादर करना भी पाप माना जाता है। हमारे दादा-दादी, नाना-नानी तो खाना खाने के बाद थाली में पानी डालकर उसको पूरी तरह से साफ करके पी लेते थे। उन्होंने कहा कि झूठा अन्न जाता है नाली में, क्यों नहीं जाएं गरीबों की थाली में। संरक्षिका कंचन सोनी ने बताया कि हमें भोजन का आदर करना चाहिये। प्लेट में भोजन उतना ही लेना चाहिए जितना हम खा सकें। कार्यकारिणी सदस्या तारा परमार ने बचे हुए खाने को किस तरह रीयूज करके टेस्टी डिशेज बना सकते हंै की जानकारी दी। संचालन सहमंत्री सीमा पोरवाल ने किया। तकनीकी संचालन सहमंत्री मुनमुन सुराणा ने किया। धन्यवाद मंत्री सीमा बाबेल ने ज्ञापित किया।

Related posts:

Devidayal Solar Solutions to organise a two-day solar-refrigerators demo event

A Frendy “Khama Ghani”- Frendy launches its services in Rajasthan at a soft launch event in Udaipur

श्रीमाली ब्राह्मण समाज का मेवाड़ मंथन, सामाजिक प्रथाओं को सीमित खर्च ने करने पर निर्णय, प्री वेडिंग ...

नारायण सेवा संस्थान एवं डीसीसीआई द्वारा आयोजित चौथी नेशनल दिव्यांग क्रिकेट चैंपियनशिप का पांचवा दिन

उदयपुर में कोरोना ने बढ़ाई चिंता, मंगलवार को मिले 403 रोगी

विश्व पर्यावरण दिवस पर महावीर युवा मंच द्वारा सघन वृक्षारोपण

पिम्स में डॉक्टरों ने ‘भूत-प्रेत का साया’ समझी गई महिला की जान बचाई

जावर में हिन्दुस्तान जिंक के सहयोग से आयोजित 65वीं जिला स्तरीय फुटबॉल टूर्नामेंट का शुभारंभ

दरीबा स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स और जिंक स्मेल्टर देबारी को ग्रीनको गोल्ड और सिल्वर रेटिंग

Hindustan Zinc elevates Arun Misra as Chief Executive Officer

माता-पिता अपने बच्चों की शारीरिक बनावट के बजाय उनके आंतरिक गुण एवं दक्षता को महत्व दें : राजेंद्र गा...

हिन्दुस्तान जिंक ने अनूठी लिफ्ट सिंचाई तकनीक से 125 एकड़ कृषि भूमि का किया कायाकल्प