एमवे इंडिया को 2020 में ट्रेडिशनल हर्ब न्यूट्रीशन कैटेगरी से 100 करोड़ रुपए आने की उम्मीद

उदयपुर।  देश की अग्रणी एफएमसीजी डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों में से एक एमवे इंडिया को इस साल पारंपरिक जड़ी-बूटियों की श्रेणी से 100 करोड़ रुपए की बिक्री होने की उम्मीद है। हर्बल उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, एमवे भारत में पारंपरिक जड़ी-बूटियों के अर्क के अपने स्थानीय साधनों को मजबूत करने के लिए भी कमर कस रहा है।

भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए, एमवे अपने उच्च गुणवत्ता वाले पोषण उत्पादों के निर्माण के लिए स्थानीय रूप से प्राप्त की गई सामग्री का प्रयोग करता है। पोषण के क्षेत्र में एक अगुआएमवे अपने पोषण श्रेणी के ब्रांड – न्यूट्रीलाइट के लिए विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है। भारत मेंभी न्यूट्रीलाइट एक महत्वपूर्ण और जाना-माना ब्रांड है। समग्र पोषण और कल्याण को प्राथमिकता देने की प्रवृत्ति के आधार पर, कंपनी पोषण श्रेणी के वर्तमान के 50% से कुछ ज्यादा योगदान के 2024 तक 65% तक पहुंचने की उम्मीद कर रही है, जिसमें हर्बल पोषण श्रेणी का भी महत्वपूर्ण योगदान शामिल है।

एमवे इंडिया के सीईओ अंशु बुधराजा ने कहा, समग्र पोषण और कल्याण समाधानों के प्रति तेजी से उपभोक्ताओं का झुकाव बढ़ रहा है, जो हमें वापस अपनी पारंपरिक मान्यताओं की ओर ले जारहा है। ‘स्थानीय मान्यताओं में वापसी’ की इस प्रवृत्ति ने तुलसी, अदरक, हल्दी, आंवला और इसी तरह की अन्य कई जड़ी-बूटियों जैसे अवयवों की खपत को तेज कर दिया है। हर्बल के लिए बढ़ती उपभोक्ता मांग के चलतेएमवे ने 2018 में न्यूट्रीलाइट ट्रेडिशनल हर्ब्स रेंज के साथ पारंपरिक जड़ी-बूटी पोषण की श्रेणी में प्रवेश किया, जिसे जबर्दस्त समर्थन मिला। वर्तमान मेंतुलसी, अश्वगंधा, मुलेठीऔर ऐसी ही कई देशी सामग्रियों से बने सिर्फ छह उत्पादों को शामिल करते हुए, कंपनी को इस वर्ष इस श्रेणी की बिक्री के 100 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ महीनों में, भारत में 51% से अधिक परिवारों ने इन पारंपरिक अवयवों को अपने आहार का हिस्सा बनाया है, जो आने वाले वर्षों में इस श्रेणी के लिए बड़ी संभावनाओं का संकेत देता है। बाजार के मौजूदा परिदृश्य को देखते हुएहम उम्मीद करते हैं कि समग्र पोषण श्रेणी में पारंपरिक जड़ी-बूटियों का योगदान वर्तमान के 10% से बढ़कर 2024 तक 20% हो जाएगा। एमवे की न्यूट्रीलाइट ट्रेडिशनल हर्ब रेंज जड़ी-बूटियों की शुद्धता, सुरक्षा और क्षमता का सुनिश्चित स्तर प्रदान करती है, क्योंकि यह एक कड़ी उत्पत्ति से गुजरकर सप्लीमेंट प्रक्रिया को पूर्ण करती है, जिससे विश्व स्तरीय गुणवत्ता वाले उत्पाद सुनिश्चित होते हैं। उत्पाद में उपयोग की जाने वाली जड़ी-बूटियों को सक्रिय प्रारूप और किसी भी प्रकार की मलिनता से मुक्त करने के लिए जड़ी-बूटियों की सही प्रजातियों और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए डीएनए फिंगरप्रिंट किया जाता है। उत्पाद की शक्ति की गारंटी के लिए, ये हर्बल सप्लीमेंट किसी भी अज्ञात स्वास्थ्य संबंधी खतरे को रोकने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रमाणित नॉन-जीएमओ स्रोतों से तैयार किए जाते हैं। इसके अलावा, इन सप्लीमेंट्स को एमवे की निर्माण सुविधा में विकसित किया गया है, जो उत्पाद की सुरक्षा, उचित पहचान और उच्चतम गुणवत्ता बनाए रखने के लिए बढ़िया विनिर्माण परंपराओं का पालन करती है।

पारंपरिक जड़ी-बूटियों की श्रेणी में न्यूट्रीशन कैटेगरी की वृद्धि के बारे में बात करते हुए एमवे इंडिया के चीफ मार्केटिंग ऑफिसरश्री अजय खन्ना ने कहा, “भारत मेंउपभोक्ता तेजी से स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो रहे हैं, और कल्याण के लिए समग्र दृष्टिकोण की यह बढ़ती प्रवृत्ति एमवे के लिए विकास के अगले चरण को आगे बढ़ाएगी। उभरते रुझानों के अनुरूप, हमने रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने वाले पोषण संबंधी उत्पादों की बिक्री में एक बड़ी उछाल देखी है, जिसमें हर्बल न्यूट्रीशन रेंज भी शामिल है। उपभोक्ता आज हर्बल उत्पादों के लिए एक मजबूत दिलचस्पी दिखा रहे हैं, और विशेष रूप से युवा तोपारंपरिक हर्बल अवयवों को बहुत ही प्राथमिकता दे रहे हैं। इन रुझानों को ध्यान में रखते हुएहम 2020 से 2024 तक इस श्रेणी के 32% के सीएजीआर से तीन गुना बढ़ने की उम्मीद करते हैं। इस गति को और मजबूती प्रदान करते हुएहम समय-समय पर उत्पाद नवप्रवर्तनों के साथ श्रेणी को बेहतर करते रहेंगेतथा बाजार की आवश्यकता के अनुरूप, युवाओं को लक्षित करने वाले संचार के नवीन व नवप्रवर्तनशील तरीकों के साथ नए-नए उत्पाद लॉन्च करते रहेंगे।

हर्बल पोषण श्रेणी में अपनी पकड़ मजबूत करने के एक हिस्से के रूप में एमवे इंडिया अपने साझेदारों के जीवन में एक ठोस अंतर लाने के लिए कंपनी के दृष्टिकोण के अनुरूप एक मजबूत भागीदार नेटवर्क का निर्माण कर रहा है। वर्तमान में एमवे इंडिया बोसवेलिया, सिनामॉन, गार्सिनिया, अदरक, जिमनेमा, होली बेसिल, बाकोपा, मैरीगोल्ड, अनार, हल्दी आदि जैसे अवयवों की खरीद के लिए 12 न्यूट्रिसर्ट सर्टिफाइड भागीदारों के साथ काम करता है। हाल ही में हर्बल पोषण उत्पादों की बिक्री में उछाल दर्ज करने के साथ एमवे इंडिया ने हर्बल अर्क की मांग में खासी तेजी देखी है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एमवे भारत में अपने जैविक कृषि आधार का विस्तार करने के लिए मूल्यांकन कर रहा है। संगठन आने वाले दो वर्षों में देश में स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए और अधिक जैविक प्रमाणित जड़ी-बूटियों के फार्म जोड़ना चाह रहा है। जैविक खेती के समाधानों में एमवे का निवेश स्थानीय अर्थव्यवस्था और मध्यम एवं लघु स्तर के किसानों के समग्र जीवन के सकारात्मक बदलाव का समर्थन कर रहा है। एमवे जैविक खेतों के दुनिया के सबसे बड़े स्वामियों और संचालकों में से एक है, जो इसके प्रतिष्ठित ट्रैसेबिलिटी प्रोग्राम का हिस्सा है।

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