उदयपुर। डिवाइन इंडिया यूथ एसोसिएशन (दीया उदयपुर) एवं गायत्री परिवार की ओर से आयोजित पांच दिवसीय शिविर ‘उत्कर्ष 2023’ का रंगारंग समापन हुआ। शिविर संयोजक नवलकिशोर शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गायत्री परिवार उदयपुर के व्यवस्थापक के. सी. व्यास थे। श्री व्यास ने बालकों से इस शिविर के दौरान सीखे गए संस्कारों का अनुसरण करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते शिक्षा उपनिदेशक राजेन्द्र त्रिपाठी ने अभिभावकों से कहा कि जैसे ये बच्चे इन पांच दिनों में इतने व्यस्त रहे कि उन्हें मोबाईल और घर की याद नहीं आई। ऐसे में अभिभावक भी प्लानिंग कर बच्चों के लिए समय निकाले और उन्हें अच्छे कार्यों में व्यस्त रखें। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हेमंत श्रीमाली, लक्ष्मण जाखड़, जगदीश पालीवाल, डॉ. आदेश भटनागर, रमेश असावा, महेश जोशी, श्रीमती तनूजा जोशी थे।
हेमंत जोशी ने बताया कि शिविर में 12 से 18 वर्ष के 65 बालक-बालिकाओं ने भाग लिया। शिविर के दौरान प्रात: 6 बजे नेहल जोशी द्वारा योग, प्राणायाम, आसन, एरोबिक्स करवाया गया। प्रात: 8.30 बजे बच्चे दैनिक गायत्री हवन में भाग लेते। प्रतिदिन 9.30 बजे अपने-अपने विषय में निष्णात विशेषज्ञों द्वारा ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित हुए। इन सत्रों में गायत्री मंत्र का महत्त्व डॉ. अंजू श्रीमाली ने, स्वस्थ कैसे रहे- डॉ. आदेश भटनागर ने, करीयर आफ्टर 3 – डॉ. जयश्री माथुर ने, फूड हेबिट्स- आयुषी श्रीमाली ने, एडीक्शन- निधि शर्मा ने, मोबाईल के लाभ-हानि-हेमंाग जोशी ने, उपासना-साधना-आराधना- ललित पानेरी ने, सफल जीवन के सूत्र विवेक दवे ने बताये। शिविर में सीड बाल्स बनाना, गमलों को पेंट करना, पौधारोपण करना, अखबार की टोपियां बनाना, गायन, नृत्य आदि गतिविधियां मुख्य आकर्षण रही। शाम को गुलाबबाग में खो-खो, रस्साकसी आदि खेल खेलना और पुन: शिविर स्थल पहुंचकर भजन, हनुमान चालीस, श्रीराम स्तुति, जयकारे लगाना बच्चों में ऊर्जा भर देता था।
समापन अवसर पर पांच दिनों में सीखे गए हूनर की बच्चों द्वारा प्रस्तुतियां दी गई। प्रज्ञा गीत, संगीत, गायन, कविता पाठ, नृत्य व लघु नाटिका ने सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को तुलसी का पौधा भेंट करने के साथ प्रशस्तीपत्र प्रदान किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन एवं गुरुमाता श्रीमती फतहकुंवर सनाढ्य द्वारा गाए प्रज्ञा गीत से हुई। शिविर को सफल बनाने में नयन त्रिपाठी, परमेश पांडे, अंकिता, हर्षिता, आरूषी श्रीमाली, विशाल, हरीश, विवेक दवे, अंजली, प्रियंका, विनोद पांडे, डॉ. सतीश, नरेन्द्र, डॉ. मेघा, रेखा असावा, मंजू, ऋतु आदि का विशेष सहयोग रहा। इस दौरान शिविर के सुचारू संचालन के लिए बनाए गए सदनों के प्रभारियों को भी प्रशस्तीपत्र प्रदान किया गया। संचालन आदित्यकुमार ने जबकि धन्यवाद प्रणय त्रिपाठी ने दिया।