उदयपुर : दायकिन एयर कंडीशनिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपने अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल के तहत नीमराना, राजस्थान परिसर में दायकिन जापानीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस (डीजीआईएमई) का उद्घाटन किया। डीजीआईएमई का उद्देश्य छात्रों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम की पेशकश करना है जिसमें उनके कार्यकाल के दौरान ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण, एचवीएसी तकनीकी ज्ञान, सॉफ्ट-स्किल प्रशिक्षण और जापानी निर्माण प्रक्रियाओं के प्रशिक्षण के साथ एक संयुक्त पाठ्यक्रम शामिल है। सभी प्रशिक्षुओं को इस कार्यक्रम के पूरा होने पर डीजीआईएमई सर्टीफिकेशन प्राप्त होगा। हमारा लक्ष्य 2025 तक 1,50,000 भारतीय युवाओं को जापानी विनिर्माण प्रक्रियाओं और सिद्धांतों पर प्रमाणित करना है जो एचवीएसी इंडस्ट्री को कौशल की कमी को पूरा करने में मदद कर सकते हैं।
दायकिन इंडिया-जेआईएम भारत में विनिर्माण के लिए कुशल जनशक्ति का एक पूल बनाने के लिए जापान और भारत की सरकारों के बीच सहयोग की शुरुआत का प्रतीक है। यह अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग मंत्रालय, जापान सरकार (एमईटीआई) और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार (एमएसडीई) के बीच 10 वर्षों में भारत में 30,000 युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए मैन्युफैक्चरिंग स्किल ट्रांसफर प्रमोशन प्रोग्राम को लेकर11 नवंबर 2016 को टोक्यो में हस्ताक्षरित एक सहयोग ज्ञापन (एमओसी) के अनुसार है।
डीजेआईएमई के उद्घाटन पर प्रतिक्रिया देते हुए के.जे.जावा, चेयरमैन और एमडी, दायकिन इंडिया ने कहा कि इस स्किलिंग कैंपस का उद्देश्य एयर कंडीशनिंग में प्रशिक्षण को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर अपग्रेड करना है। दायकिन में हम टेक्नोलॉजीज और गुणवत्ता में उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध हैं; और यह पहल इन छात्रों को अपने कौशल को बढ़ाने और एयर कंडीशनिंग स्पेस में विश्व स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म प्रदान करेगी। भारत में कौशल विकास को एक चुनौती के रूप में पहचानने के बाद, दायकिन कौशल के माध्यम से सामाजिक विकास को बढ़ावा देने और डीजेआईएमई के माध्यम से कार्यब में महिलाओं को शामिल करने को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार और शैक्षणिक संस्थानों के साथ सबसे आगे है।
एक्सीलेंस का किया उद्घाटन