10 से 12 जनवरी तक होगा आयोजन, साउथ की डिशेज के बारे में जानेंगे और स्वाद लेंगे
– मिलेंगे गिफ्ट और फ्री स्टे वाउचर भी –
उदयपुर। झीलों की नगरी में उदयपुरवासियों को तीन दिन तक दक्षिणी भारत की संस्कृति दिखने को मिलेगी और उससे ज्यादा खास यह होगा कि वहां का स्वाद भी मिलेगा। यह आयोजन होने जा रहा है दक्षिण डिलाइट फेस्टिवेल में। इसमें भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में शामिल होने वालों की एंट्री की जा रही है। आगन्तुक इसमें शामिल होकर दक्षिण भारत की डिशेज के बारे में जान पाएंगे और उनका स्वाद ले पाएंगे।
पद्मिनी बाग रिजोर्ट और स्पा देबारी उदयपुर की और से इन्वेट्री होटल्स और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईआईएचएम) के सहयोग से 10 से 12 जनवरी 2025 तक दक्षिण डिलाइट फेस्टिवेल का आयोजन किया जाएगा।
पद्मिनी बाग के निदेशक पृथ्वीराज सिंह चौहान ने बताया कि इसमें साउथ इंडियन फूड की कई वेरायटी होगी जो आप मेवाड़ की धरती पर बनते देखेंगे और उसका स्वाद लेंगे। इसमें शाकाहरी डिश की ढेरों श्रृंखला होगी। चौहान ने बताया कि 10 जनवरी को शाम 6.30 बजे इसका शुभारंभ किया जाएगा। 11 जनवरी को दोपहर 1 से 3 और 12 जनवरी को दोपहर 1 से रात 10 बजे तक फेस्टिवल चलेगा।
इन्वेट्री होटल्स के सुदिप्तो देव और सुमन मेहती ने बताया कि इस फेेस्टिवल के अतिथि टूरिज्म डिपार्टमेंट की डिप्टी डायरेक्टर शिखा सक्सेना और नगर निगम के चीफ फायर ऑफिसर बाबूलाल चौधरी उपस्थित होंगे।
दक्षिण के इन राज्यों के होंगे काउंटर :
पृथ्वीराज सिंह चौहान ने बताया कि इस फेस्टिवल में दक्षिण के तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना के फूड काउंटर होंगे। इन राज्यों की कई खास डिशेज यहां बनेगी और उसका स्वाद मेवाड़ के लोग और यहां आने वाले हमारे मेहमान टूरिस्ट लेंगे।
बहुत कुछ होगा इस फेस्टिवल में :
उन्होंने बताया कि इस फेस्टिवल में बहुत कुछ होगा। इसमें दक्षिण भारत की महक और स्वाद के साथ ही यहां एंकर हर डिश के बारे में बताएंगी। यहां इसमें शामिल होने वालों के लिए कई गतिविधियां होगी और उनको गिफ्ट और फ्री स्टे वाउचर भी दिए जाएंगे।
दक्षिण भारत के जायके में तमिलनाडु की मसालेदार चेट्टीनाड करी भी :
इसमें शामिल होने वालों को तमिलनाडु की मसालेदार चेट्टीनाड करी से लेकर केरल के समृद्ध, नारियल-युक्त स्वाद, कर्नाटक की सुगंधित बिरयानी और आंध्रप्रदेश के तीखे स्वाद तक के प्रामाणिक व्यंजनों का स्वाद लेने का अवसर मिलेगा। प्रत्येक व्यंजन का स्वाद ऐसा होगा कि मानो वह साउथ में रहकर ही इसका टेस्ट कर रहा है ऐसी ही अनुभूति भी मिलेगी। पाककला के अनुभवों के अलावा, ‘दक्षिणी डिलाइट्स’ में सांस्कृतिक प्रदर्शन भी होंगे जो दक्षिण भारत के पारंपरिक संगीत, नृत्य और कलात्मकता को उजागर करेंगे। मेहमान मृदंगम की लयबद्ध ताल, भरतनाट्यम नर्तकियों की सुंदर हरकतों और कर्नाटक संगीत की भावपूर्ण धुनों से मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। ये प्रदर्शन व्यंजनों के साथ जुड़ी सांस्कृतिक विरासत की गहरी समझ का प्रदर्शित करेगी।