हिन्दुस्तान जिंक की समाधान से जुडे़ किसान उगा रहें हाईवेल्यू फल और सब्जियां

5 जिलों के युवा किसानों में तकनीक से बढ़ रहा खेती और पशुपालन के प्रति आकर्षण

उदयपुर। जिस जमीन पर अब तक परंपरागत खेती से नियमित होने वाली आमदनी हुआ करती थी उसी जमीन पर आधुनिक तकनीक से ना केवल उत्पादन बढ़ा है बल्कि आमदनी में भी दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। कृषि क्षेत्र में किसानों द्वारा परंपरागत तौर पर मुख्य व्यवसाय के रूप में अपनाने के साथ ही हिन्दुस्तान जिं़क की समाधान परियोजना से जुड कर उन्नत तकनीक से जहां पैदावार में बढोतरी हुई है वहीं युवा किसान भी कृषि की और आकर्षित हुए है। जहां परंपरागत खेती में गेहूं, मक्का, बाजरा और सोयाबिन, चना की पैदावार के लिए अच्छी गुणवत्ता के बीज और खाद के साथ उच्च तकनीक के समावेश से उत्पादन में वृद्धि हो रही है वहीं दूसरी ओर आधुनिक तकनीक से हाइवेल्यू सब्जियां और फल उत्पादन से आमदनी में बढ़ोतरी हुई है।
कृषि तकनीकी कंेद्र एमपीयूएटी उदयपुर के प्रभारी डाॅ इन्द्रजीत माथुर का कहना है कि हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा बायफ के सहयोग से संचालित की जा रही समाधान परियोजना से प्रदेश के 5 जिलों में किसान लाभान्वित हो रहे है। परियोजना में मृदापरीक्षण, कृषि बीज, बागवानी पौधों की गुणवत्ता, पशुओं की नस्लांे में सुधार के साथ साथ तकनीक और प्रोद्योगिकी में सुधार पर विशेष ध्यान दिया जाता हैै जिससे किसानों की आय दुगुनी हुइ है।
भीलवाड़ा, आगूंचा के हनीफ मंसूरी का कहना है कि “मैं इस तरीके से सब्जियों की खेती के बारे में नहीं जानता था। जब मैंने समाधान टीम को किसानों की इस प्रकार की खेती में मदद करते हुए देखा, तो मैं थोड़ा चिंतित था। मैंने समाधान टीम के निर्देशन में सब्जियों की खेती करने का फैसला किया और यह मेरे लिए एक बड़ी सीख है। ऐसी बहुत सी छोटी-छोटी बातें थीं जिनके बारे में हम ध्यान नहीं रखते थे। लेकिन अब मैं सब्जियों की खेती करने में सक्षम हूं और वह भी सुरक्षित है। ”
चित्तौडगढ़ के नगरी गांव के राजेन्द्र कीर का कहना है कि “पिछले साल मैंने देखा कि समधान टीम के साथ एक किसान सब्जी की खेती कर रहा था जिसका खेत आकर्षक लग रहा था। जानकारी लेने पर पता चला कि वह किसान टमाटर और सब्जी की खेती कर रहा है। आश्चर्य भी हुआ की मिर्ची और टमाटर की खेती इतने नियोजित तरीके से की जा रही है तभ्ीा से मैने भी इस तकनीक का उपयोग कर खेती की और उम्मीद है कि पहले से अधिक आमदनी होगी।
गावं सिघटवाडा जावर माईन्स उदयपुर लाल सिंह ने हाइटेक खेती से जुड कर मिर्ची की खेती की साथ ही नारायण लाल नायक गांव रघुनाथपुरा, दरीबा राजसमन्द ने भी इसी प्रकार समाधान परियोजना से जुड कर नवीनतम तकनीक से खेती कर हमेशा से दुगुनी आय प्राप्त की।
इसी प्रकार सालेरा, के शंकर जाट ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि समाधान की टीम हमें एक्सपोजर विजिट के लिए ले गई और मुझे ड्रिप और मल्चिंग शीट का उपयोग करके वेजिटेबल खेती करने के बारे में सीखने को मिला। उस वर्ष इस खेती के बारे में अधिक जानने के लिए, मैंने एक बीघा जमीन पर खेती करना शुरू किया जिससे मुझे तीन गुना ज्यादा कमाई हुई। इस वर्ष, मैंने बिना किसी सहायता के 2 बीघा जमीन पर हाई-टेक कल्टिवेशन का विस्तार किया है। मैं ड्रिप लाया और उन्हें स्थापित किया जिससे मुझे 80 क्विंटल की बम्पर सब्जी उत्पादन की उम्मीद है। ”
परियोजना क्षेत्र में अन्य उन्नत तकनीको का प्रयोग भी किया जा रहा है जिसमें नस्ल सुधार हेतु कृत्रिम गर्भाधान की डोरस्टेप सुविधा के साथ ही पशुपालको की नवजात बछडियों हेतु मिनरल मिक्चर की सहायता, सालभर हरे चारे की उपलब्धता हेतु बहुवर्षीय चारा बीएनएच-10 का विस्तार, पशु स्वास्थ्य शिविरो का आयोजन, नियमित रूप से स्वास्थ्य परिक्षण, बाझपन निवारण, अजोला इकाई प्रदर्शन व क्षेत्र में उन्नत नस्ल को बढावा एवं प्रोत्साहन देने हेतु प्रतिस्पर्धातमक वत्स प्रदर्शन हेतु रैलियो का आयोजन इत्यादि गतिविधिया संचालित की जा रही है।
समाधान, संस्टेनेबल एग्रीकल्चर मेनेजमेन्ट एवं डव्हलपमेन्ट बाय हयूमन नेचर परियोजना, हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के सीएसआर विभाग एवं बायफ इंस्टीट्यूट फाॅर संस्टेनेबल लाईवलीहुडस एण्ड डेव्हलपमेन्ट के सयुक्त तत्वाधान में राजस्थान के 5 जिलों उदयपुर, राजसमन्द, चित्तौडगढ, भीलवाडा एवं अजमेर के 174 गांवों में संचालित की जा रही हैं। जिसमें कृषि एवं पशुपालन की नवीनतम प्रौधोगिकी का उपयोग किसानों की आय बढाने एवं आजीविकावर्धन हेतु किया जा रहा है। परियोजना के अन्तर्गत क्षेत्र के 30 हजार कृषक परिवारों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है। किसानों की आजीविका में बढ़ोतरी एवं सतत विकास हेतु एफपीओ यानि किसान उत्पादक संगठनों का गठन किया जा रहा है जिससे किसानों को तकनीक एवं बीज के साथ ही उत्पादन की कीमतों में भी फायदा मिलेगा।

Related posts:

Hindustan Zinc inaugurates ‘Hindustan Zinc Mining Academy’ at Zawar

सैन्य बलों के लिए एचडीएफसी बैंक ने अपनी तरह का पहला कार्ड, ‘शौर्य’ प्रस्तुत किया

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का एयरपोर्ट पर स्वागत

गुजरात पोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स कंपनी लि. ने सीकोस्ट शिपिंग सर्विसेज लि. के प्रस्ताव को स्वीकारा

जार की पहल पर साहित्‍यकार की विधवा पत्‍नी की सहायतार्थ आगे बढे कई हाथ

फ्लिपकार्ट का नया मार्केटप्लेस मॉडल ‘फ्लिपकार्ट एक्स्ट्रा’ शुरू

दक्षिण भारत के जायके से भरा दक्षिण डिलाइट फेस्टिवेल शुरू

IndiaFirst Life launches Mahajeevan Plus Plan : A 3-In-1 Plan that offers Protection, Savings and Mo...

एचडीएफसी बैंक और एफवाईएनडीएनए टेककॉप लि. में भागीदारी

Maha Kumbh Mela 2025 - Flipkart showcases UP’s rich heritage under One District One Product (ODOP) p...

Daikin inaugurated Japanese Institute of Manufacturing Excellence

एचडीएफसी बैंक किसानों तक पहुंचने के लिए भारत सरकार के ई-एनएएम के साथ एकीकृत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *