उदयपुर में पंच गौरव चौराहा विकसित करने पर चर्चा

पंच गौरव को लेकर तैयार करें श्रेष्ठ कार्ययोजना : जिला कलक्टर
उदयपुर।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में वहां की भौगोलिक व पर्यावरणीय परिस्थितियों के आधार पर उपज, वनस्पति, हस्तशिल्प, पर्यटन आदि को लेकर पाई जाने वाली विशेषताओं को संरक्षित व संवर्धित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर शुरू किए गए पंच गौरव कार्यक्रम के क्रियान्वयन की दिशा में प्रयास तेज हो गए हैं। राज्य एवं जिला स्तर पर समितियों के गठन के बाद अब विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसी कड़ी में उदयपुर जिले में पंच गौरव कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति की पहली बैठक गुरूवार को जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट मिनी सभागार में हुई।
प्रारंभ में समिति के सदस्य सचिव संयुक्त निदेशक आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग पुनीत शर्मा ने स्वागत करते हुए पंच गौरव कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उदयपुर जिले में एक जिला एक उपज में सीताफल, एक वनस्पति प्रजाति में महुआ, एक उत्पाद में मार्बल एवं ग्रेनाइट के उत्पाद, एक पर्यटन स्थल में फतहसागर व पिछोला झील तथा एक जिला एक खेल में तैराकी को शामिल किया गया है। जिला कलक्टर श्री मेहता ने उद्यान विभाग को सीताफल, वन विभाग को महुआ, उद्योग विभाग को मार्बल एवं ग्रेनाइट उत्पाद, पर्यटन विभाग को फतहसागर एवं पिछोला तथा खेल विभाग को तैराकी को प्रोत्साहित करने को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर 8 फरवरी तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसमें उन्होंने राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए प्रस्ताव तैयार करने तथा प्रथम चरण के लिए कम से कम दो अनुमत कार्य चिन्हित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को सभी संबंधित विभागों से समन्वय करते हुए पंच गौरव पर 2 मिनट की आकर्षक लघु फिल्म तैयार करने के भी निर्देश दिए। बैठक में पंच गौरव कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन के लिए सुझावों पर भी चर्चा हुई। इसमें जिला कलक्टर ने उदयपुर शहर में पंच गौरव चौराहा विकसित किए जाने के सुझाव का स्वागत करते हुए उसे कार्ययोजना एवं प्रस्तावों में शामिल करने के निर्देश दिए।
बैठक में एडीएम प्रशासन दीपेंद्रिंसह राठौड़, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र शैलेंद्र शर्मा, उपनिदेशक पर्यटन शिखा सक्सेना, उपनिदेशक उद्यानिकी केसी शर्मा, सहायक वन संरक्षक सुरेखा चौधरी, एडीईओ टीएडी डॉ अमृता दाधीच, सीपीओ महावीरप्रसाद आदि उपस्थित रहे।

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