जिला कलक्टर ने किया स्मार्ट सिटी के कार्यों का निरीक्षण
उदयपुर। जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने शुक्रवार सुबह शहर के भीतरी हिस्सों का पैदल भ्रमण कर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इंटीग्रेटेड वर्क का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कई जगह पर सीवरेज चेम्बर खुलवाकर भी देखे। उन्होंने चेम्बर्स में सेंसर सिस्टम लगाने के निर्देश दिए, ताकि चेम्बर ओवरफ्लो नहीं हों। उन्होंने स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों व नगर निगम को नियमित साफ-सफाई की हिदायत दी।
सीवरेज चेम्बर्स के ओवरफ्लो होने की शिकायत मिलने पर शुक्रवार सुबह जिला कलक्टर श्री पोसवाल निरीक्षण पर निकले। इस दौरान उदयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती अपर्णा गुप्ता, एसीईओ छोगाराम देवासी, अधिशासी अभियंता दिनेश पंचौली, नगर निगम के अधीक्षण अभियंता मुकेश पुजारी, नगर निगम के अधिशासी अभियंता विद्युत रितेश पाटीदार सहित कंसलटेंसी पीएमसी एवं एलएनटी के अभियंता व अधिकारी भी उपस्थित रहे। सर्वप्रथम जिला कलक्टर सुरजपोल पहुंचे। वहां उन्होंने ऐतिहासिक दरवाजे का अवलोकन किया। सीईओ श्रीमती गुप्ता ने अवगत कराया कि पूर्व में इस दरवाजे में पुलिस चौकी संचालित हो रही थी तथा जर्जर हालत में था। स्मार्ट सिटी हेरिटेज वर्क के तहत इसका जीर्णोद्वार एवं सौंदर्यीकरण कराया गया था। असामाजिक तत्वों ने लाइटिंग सहित कई चीजें डेमेज कर दी हैं। जिला कलक्टर ने ऐतिहासिक धरोहर की नियमित सफाई नहीं होने पर नाराजगी जताई। कलक्टर ने कहा कि उक्त ऐतिहासिक धरोहर शहर के बिल्कुल मध्य स्थित है। शहर में आने वाला हर व्यक्ति इस पोल के पास से गुजरता है। साफ सफाई के अभाव में शहर का गलत मैसेज जाता है। उन्होंने नगर निगम को सफाई कराने की हिदायत दी।
जिला कलक्टर सहित सभी अधिकारी पैदल-पैदल भीतरी शहर की ओर बढ़े। सूरजपोल से अस्थल मंदिर मार्ग, झांणी रेत चौक, मार्शल चौराहा, मुखर्जी चौक, सिंधी बाजार, बड़ा बाजार, मालदास स्ट्रीट होते हुए हाथीपोल पहुंचे। जिला कलक्टर ने जगह-जगह सीवरेज, ड्रेनेज के चेम्बर खुलवाकर निरीक्षण किया। इस दौरान कुछ चेम्बर में मलबा जमा होना पाया गया। इस दौरान कुछ व्यापारियों ने भी अपनी समस्या रखी। सीईओ स्मार्ट सिटी श्रीमती गुप्ता तथा कार्यकारी एजेंसी एलएनटी के प्रतिनिधियों ने सीवरेज चेम्बर्स की सफाई को लेकर अपनाई जा रही प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। सीईओ गुप्ता ने अवगत कराया कि मुख्य सड़कों पर स्थित मैन हॉल चेम्बर्स में सेंसर सिस्टम लगाया जा रहा है, एक लेवल तक चेम्बर भरते ही उसकी सूचना स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम तथा संबंधित अधिकारी के मोबाइल पर मैसेज आ जाएगा और समय पर उनकी सफाई की जा सके। जिला कलक्टर ने पूरा पैदल भ्रमण कर बारिकी से निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर भीतरी शहर की पतली-पतली गलियों में भी पहुंचे। सिंधी बाजार स्थित मदन पोल सहित अन्य गलियों में घुम कर वहां बरसाती पानी की निकासी और सीवरेज सिस्टम की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने उक्त गलियों के रहवासी और व्यापारियों से भी चर्चा की।
जिला कलक्टर ने हाथीपोल पर दो-तीन होटलां का भी निरीक्षण किया। इस दौरान देहलीगेट स्थित भोजनलयों की रसोई में ऑयल एण्ड ग्रीस चेम्बर की जांच की गई। एक होटल को छोड़ कर शेष में स्थिति संतोषजनक नहीं पाए जाने पर होटल संचालकों को सख्त हिदायत दी।
हाथीपोल से सभी अधिकारी वाहनों से आयड़ पुलिया पर पहुंचे। यहां जिला कलक्टर ने आयड़ नदी पुनर्वास प्रोजेक्ट के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने नदी पेटे में चल रहा चैनल वर्क, स्टोन लेन, प्रोजेक्टेशन वॉल, रिटेन वॉल आदि कामों को देखकर आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने आयड़ नदी पेटे में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि आयड़ नदी का पुनर्वास कार्य के तहत 5 किलोमीटर की दूरी के लिए 75 करोड़ के विकास कार्य स्वीकृत हैं। इसमें उदयपुर स्मार्ट सिटी से 35 करोड़, यूडीए से 35 करोड़ तथा नगर निगम से 5 करोड़ रूपए का बजट खर्च होना है। वर्तमान में केंद्रीय चैनल की दीवारें, साइड प्रोटेक्शन कार्य, अर्थवर्क, चैनल के अंदर कार्य आदि का कार्य प्रगति पर है।