डॉ. राजाराम शर्मा मास्टर इन क्लिनिकल रेडियोलॉजी परीक्षा में उत्तीर्ण

उदयपुर। भारतीय रेडियोलॉजी और इमेजिंग एसोसिएशन (आईसीआई) के शैक्षणिक खंड भारतीय कॉलेज ऑफ़ रेडियोलॉजी और इमेजिंग (आईसीआरआई) ने राजस्थान राज्य के पहले व्यक्ति डॉ. राजाराम शर्मा को मास्टर इन क्लिनिकल रेडियोलॉजी (रूढ्ढष्टक्र) परीक्षा में उत्तीर्ण घोषित किया है। डॉ. राजाराम शर्मा वर्तमान में रेडियोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर हैं, और उनकी यह उपलब्धि इस क्षेत्र में गर्व की बात है। रूढ्ढष्टक्र भारतीय कॉलेज ऑफ़ रेडियोलॉजी और इमेजिंग एसोसिएशन के एकाडेमिक खंड द्वारा दी जाने वाली सबसे ऊची डिग्री है। यह उपाधि वे व्यक्ति प्राप्त करते हैं जो अत्यंत मान्यता प्राप्त रेडियोलॉजिस्ट बनने की क्षमता दिखाते हैं। आईसीआरआई के तहत कार्यरत डॉ. राजाराम शर्मा को इस परीक्षा में सर्वोच्च स्तर का प्रशिक्षण दिया गया है।
पैसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (पीआईएमएस) के निदेशक अशीष अग्रवाल ने इस सुखद समाचार का एलान किया है। अशीष अग्रवाल ने कहा कि डॉ. शर्मा की सफलता राजस्थान के विज्ञान और चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। इसके माध्यम से वे एक प्रेरणास्रोत हैं और राजस्थान के युवा पीढ़ी को रेडियोलॉजी के क्षेत्र में अधिक उत्कृष्टता की ओर प्रेरित कर रहे हैं। डॉ. शर्मा द्वारा प्राप्त की गई यह मान्यता पूरे राजस्थान के लिए गर्व का विषय है, और यह उनके विज्ञानिक योगदान को मान्यता देता है। अग्रवाल ने डॉ. शर्मा को आगामी सत्रों में अध्यापन करने और अनुभव साझा करने का अवसर देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि डॉ. शर्मा की इस महत्वपूर्ण सफलता से प्रेरित होकर उनके छात्रों को भी अपने सपनों की पूर्ति करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। आईसीआरआई के तहत आयोजित होने वाली रूढ्ढष्टक्र परीक्षा का मुख्य उद्देश्य रेडियोलॉजी के क्षेत्र में उच्च स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस परीक्षा को पास करना विशेष महत्वपूर्ण है और इससे प्रमाणित होता है कि प्राप्त उपाधि धारक ने अपनी विषयज्ञता, शोध क्षमता, और क्लिनिकल अनुभव के क्षेत्र में प्रमुख योग्यता हासिल की है।
डॉ. शर्मा की यह उपलब्धि राजस्थान राज्य के स्वास्थ्य और विज्ञान क्षेत्र में एक प्रमुख कदम है। हम उन्हें उनके उत्कृष्टता और प्रशिक्षण की वजह से बधाई देते हैं और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं। आगामी दिनों में उनके योगदान से राजस्थान राज्य की रेडियोलॉजी क्षेत्र में नई ऊर्जा और नयी दिशाएँ मिलेंगी। डॉ. शर्मा की सफलता आदर्श बनेगी और राजस्थान राज्य के अन्य रेडियोलॉजी छात्रों को प्रेरित करेगी।
डॉ. राजाराम शर्मा ने इस उपलब्धि के लिए अपार मेहनत और प्रयास किए हैं, जिससे वे राजस्थान राज्य के पहले व्यक्ति बनने का गर्व महसूस कर रहे हैं। डॉ. राजाराम शर्मा का रेडियोलॉजी क्षेत्र में विशेषज्ञता और व्यापक ज्ञान है, जिसे उन्होंने वर्षों तक कठिनाइयों और परिश्रम से प्राप्त किया है। उनकी उपलब्धि एक मिशन के रूप में देखी जा सकती है, जो न केवल उनके स्वयं के लिए बल्कि राजस्थान राज्य के स्वास्थ्य और विज्ञान क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण है। डॉ. शर्मा ने बताया कि उनके इस सफलता के पीछे उनके गुरुओं, परिवार के सदस्यों और पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज के संगठनात्मक संरक्षण का महत्वपूर्ण योगदान है। डॉ. राजाराम शर्मा की इस उपलब्धि पूरे राजस्थान में हर्षोल्लास और गर्व की लहर छाई है। वे राज्य के रेडियोलॉजी क्षेत्र के लिए एक उज्ज्वल उदाहरण हैं और आगे बढक़र दूसरों को प्रेरित करने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।
इसके अलावा, डॉ. राजाराम शर्मा ने यूरोपियन डिप्लोमा इन रेडियोलॉजी (श्वष्ठद्बक्र) और आईसीआरआई के डिप्लोमेट का पात्रता प्राप्त किया है। यह अत्यंत महत्वपूर्ण मान्यताएं उनके रेडियोलॉजी के क्षेत्र में प्रदर्शन को और अधिक प्रशस्त करती हैं। यूरोपियन डिप्लोमा इन रेडियोलॉजी एक प्रसिद्ध प्रमाणपत्र है जो डॉ. राजाराम शर्मा की विशेषज्ञता और क्षेत्र में उनकी निपुणता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित करता है।

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