टीडी थानाधिकारी कमलेन्द्रसिंह तुरंत प्रभाव से गोगुन्दा थानाधिकारी
उदयपुर। जिले के गोगुन्दा थाने में गुरूवार को पुलिस हिरासत में हुई सुरेन्द्रसिंह देवड़ा की मौत ने तूल पकड़ लिया। शुक्रवार प्रात: राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना मेवाड़ के नेतृत्व सैंकड़ों लोगों ने गोगुन्दा थाने का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। लोगों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने, पूरे थाने को निलंबित करने तथा परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की। दिनभर चले समझाइश के दौर के बाद एसपी विकास शर्मा ने लापरवाही बरतने पर गोगुन्दा थानाधिकारी अनिल विश्नोई सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। घटनाक्रम के दौरान मौजूद शेष पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही टीडी थानाधिकारी कमलेन्द्रसिंह को तुरंत प्रभाव से गोगुन्दा थानाधिकारी बनाया गया है।
जानकारी के अनुसार 15 मई को गोगुन्दा के देवड़ों का खेड़ा निवासी सुरेन्द्रसिंह (24) पुत्र उदयसिंह देवड़ा गांव की ही मेघवाल समाज की 22 वर्षीय युवती को भगा ले गया था। युवती के परिजनों ने 16 मई को गोगुन्दा थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। 25 मई को युवक-युवती गोगुन्दा थाने पहुंचे जहां युवती के बयान के बाद उसे परिजनों के साथ घर भेज दिया। मृतक के भाई चंदनसिंह ने बताया कि एक पुराने मामले को लेकर थाने का एक कांस्टेबल उसके भाई से नाराज चल रहा था। इसके चलते सुरेन्द्र के साथ थाने में मारपीट की गई।
इस संबंध में पुलिस का कहना है कि थाने में युवती ने युवक के खिलाफ बयान दिये जिससे युवक काफी आहत हो गया। इस पर उसकी तबीयत खराब हो गई और बेहोश हो गया। पुलिस ने थाने में ही उसे होश में लाने का प्रयास किया लेकिन होश नहीं आने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया जहां डाक्टरों ने पल्स नहीं चलना बताया। इस पर युवक को एमबी हॉस्पिटल रैफर किया गया। यहां चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया।
एसपी विकास शर्मा ने बताया कि घटना को लेकर मेडिकल बोर्ड गठित किया गया है। मजिस्ट्रेट इन्क्वायरी में पोस्टमार्टम शुरू हो गया है। पोस्टर्माटम रिपोर्ट के अनुसार अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। लापरवाही बरतने पर गोगुन्दा थानाधिकारी अनिल विश्नोई सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। घटनाक्रम के दौरान मौजूद शेष पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया।