किडनी ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में नवीन परिवर्तनों को लेकर व्याख्यान

उदयपुर : गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में हाल ही में हो रहे नवीन परिवर्तनों को लेकर साइंटिफिक सेशन में चर्चा की गयी| वक्ता के रूप में अमेरिका से सर्जन डॉ अभिनव हूमर शामिल हुए, जोकि उदर प्रत्यारोपण सर्जरी के प्रोफेसर और प्रमुख-डिवीजन,थॉमस ई. स्टारज़ल प्रत्यारोपण संस्थान के क्लिनिकल डायरेक्टर; ट्रांसप्लांटेशन सर्जरी में थॉमस ई. स्टारज़ल,प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं व प्रत्यारोपण के क्षेत्र में अग्रणी हैं| डॉ अभिनव ने किडनी ट्रांसप्लांट को करने से पहले आवश्यक सावधनियां, किडनी ट्रांसप्लांट होने के पश्चात् रोगी का जीवनस्तर व वायरल इन्फेक्शन, नयी थेरेपी, इत्यादि पर व्याख्यान साझा किया|
डॉ अभिनव ने बताया कि अभी किडनी ट्रांसप्लांट के लिए एच.एल.ए मैचिंग तकनीक का उपयोग किया जा रहा है| एपीलेट मैचिंग अभी प्रायोगिक स्तर पर है, इसकी सहायता से डोनर और रेसिपेंट के बीच की मैचिंग को ज़्यादा सटीकता से किया जा सकेगा जिससे की परिणाम में अधिक सुधार देखने को मिलेगा|
साइंटिफिक सेशन के दौरान गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की प्रत्यारोपण टीम से सीटीवीएस सर्जन डॉ संजय गाँधी, यूरोलोजिस्ट डॉ पंकज त्रिवेदी, डॉ विश्वास बहेती, जी.आई. सर्जन डॉ कमल किशोर बिश्नोई व अन्य विभागों से आये डॉक्टर्स ने चर्चा के साथ सवाल- जवाब भी किये| गीतांजली हॉस्पिटल के सी.ई.ओ प्रतीम तम्बोली, मेडिकल सुप्रीटेनडेंट कर्नल डॉ सुनीता दशोत्तर, प्रत्यारोपण टीम और ब्रेन डेथ कमेटी के सभी वरिष्ठ चिकित्सक, नर्सिंग और समन्वयक उपस्तिथ रहे| डॉ अभिनव ने गीतांजली हॉस्पिटल के मोड्यूलर ऑपरेशन थिएटर का भी जायज़ा लिया और प्रशंसा की|

Related posts:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *